<![CDATA[भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग गतिविधियों को लेकर कॉरपोरेशन बैंक पर कुछ प्रतिबंध लगा दिए हैं क्योंकि इसके बैड लोन की हिस्सेदारी में तेज इजाफा देखने को मिला है। आरबीआई ने इस बैंक पर प्रतिबंध तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) के अंतर्गत बढ़ते हुए एनपीए और पूंजी बढ़ाने की जरूरत के मद्देनजर लगाए हैं। प्रतिबंध के बाद क्या: एक बार पीसीए लागू कर दिए जाने के बाद बैंक के उन खर्चों पर प्रतिबंध लग जाएगा जिसमें नई बैंक शाखा को खोलने का खर्चा, स्टाफ की भर्ती का खर्चा और कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी का खर्चा शामिल है। अब बैंक सिर्फ उन्हीं कंपनियों को उधार दे सकेगा जिनकी उधारी इन्वेस्टमेंट ग्रेड से ऊपर की है। कॉरपोरेशन बैंक का एनपीए: बैंक का नेट नॉन परफॉर्मिंग लोन 10 फीसद के स्तर को पार कर चुका है। वित्त वर्ष 2018 की दूसरी तिमाही में बैंक को 1,035 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बैंक का कैपिटल एडीक्वैसी रेश्यो फिलहाल 10.23 फीसद का है लेकिन इसे मार्च 2018 तक इसे 10.87 फीसद के स्तर पर ही बरकरार रखना होगा। आपको जानकारी के लिए बता दें कि पीसीए परेशान बैंकों की वित्तीय स्थिति को पुनर्स्थापित करने के लिए आरबीआई की ओर से लगाया जाता है। आरबीआई ने इंडसइंड बैंक पर लगाया 3 करोड़ का जुर्माना भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इंडसइंड बैंक पर 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। बैंक पर यह जुर्माना आय वर्गीकरण मानदंडों पर नियमों का उल्लंघन करने के लिए लगाया गया है। केंद्रीय बैंक की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक बैंक की ओर से गैर-निष्पादित ऋणों पर भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी किए गए विभिन्न नियमों का उल्लंघन करने के बाद नियामक ने बैंक पर जुर्माना लगाया था।]]>