<![CDATA[सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ भारतीय महिला बैंक के विलय को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि भारतीय महिला बैंक का गठन यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 2013 में किया गया था। महिलाओं के लिए खासतौर पर बने इस बैंक की देश भर में करीब 100 शाखाएं हैं। इस बैंक का मुख्यालय दिल्ली में है और इसके करीब 500 कर्मचारी हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय कैबिनेट इससे पहले पांच एसोसिएट बैंक के एसबीआई में विलय की मंजूरी दे चुका है। उस वक्त मर्जर प्रक्रिया में महिला बैंक को शामिल नहीं किया गया था। विलय पर क्या बोला वित्त मंत्रालय- इस विलय प्रक्रिया की औपचारिक घोषणा करते हुए वित्त मंत्रालय ने कहा कि इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा महिलाओं तक तेज गति से बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराना है। इसके अलावा कर्ज की लागत कम हो और महिलाओं के लिए खास तौर पर प्रोडक्ट तैयार किया जा सके। जानकारी के मुताबिक स्थापना के बाद से अब तक भारतीय महिला बैंक ने करीब 192 करोड़ रुपये का कर्ज महिलाओं को दिया है। किन बैंकों का होगा विलय: मंजूरी के बाद अब स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का एसबीआई में मर्जर हो जाएगा। इस मर्जर के बाद एसबीआई दुनिया के बड़े बैंकों की सूची में शुमार हो जाएगा। कितनी बड़ी इकाई होगा SBI: इस मर्जर के बाद अब एसबीआई एक बड़ी इकाई बन जाएगी। माना जा रहा है कि अपने सहयोगी बैंकों को मिलाने के बाद एसबीआइ की परिसंपत्तियां बढ़कर 37 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएंगी। इस तरह विलय के बाद एसबीआइ दुनिया में 45वां सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। फिलहाल एसबीआइ का स्थान 52वां है। पहली बार दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में भारतीय बैंक के शामिल होने से वैश्विक बैंकिंग जगत में भारत की धमक बढ़ेगी। कितने हो जाएंगे कर्मचारी: इस विलय के बाद एसबीआई चूंकि अब एक यूनिट होगी लिहाजा इसके कर्मचारियों की संख्या भी संयुक्त रूप से ज्यादा होगी। एसबीआई में कुल 222,033 कर्मचारी है और वहीं 38,000 कर्मचारी सहयोगी बैंकों के हैं। इस हिसाब से एसबीआई के पास अब कुल 260033 कर्मचारी होंगे। कितनी होंगी ब्रांच और कितने एटीएम: मौजूदा समय में एसबीआई की 14,000 शाखाएं हैं और करीब 6,400 शाखाएं सहयोगी बैंकों की हैं। इस तरह से अब एसबीआई की 20,400 शाखाएं हो जाएंगी। साथ ही एसबीआई के अब 58,000 एटीएम होंगे और 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहक होंगे]]>