भारतीय स्टॉक ब्रोकरेज की कई फर्मस ने अपने निवेशकों को ऑयल मार्केट के मौजूदा संकट से बचाने के लिए क्रूड ऑयल फ्यूचर्स में ट्रेडिंग को अस्थायी रूप से रोक दिया है। पिछले सप्ताह सोमवार को WTI क्रूड के भाव के शून्य से नीचे चले जाने आने और उसके बाद ब्रेंट ऑयल के दो दशकों के निचले स्तर पर आ जाने के ब्रोकरों के द्वारा यह निर्णय लिया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने यह जानकारी दी है। वहीं, सोमवार को WTI क्रूड और ब्रेंट ऑयल दोनों के ही फ्यूचर भाव में गिरावट देखने को मिल रही है।
WTI क्रूड ऑयल सोमवार सुबह 9.21 फीसद या 1.55 डॉलर की गिरावट के साथ 15.44 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, ब्रेंट ऑयल का फ्यूचर भाव सोमवार सुबह 2.46 फीसद या 0.55 डॉलर की गिरावट के साथ 24.23 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में औद्योगिक गतिविधियां रूकने के कारण कच्चे तेल की मांग में कमी के कारण लंबे समय से कीमतों में गिरावट आ रही है।
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