शेयर मार्केट में आईपीओ के लिए इन्वेस्टर में उत्साह देखते ही बनता है। उल्लेखनीय है कि डिजिटल आईटी सेवाएं देने वाली बेंगलूरु की कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीस का आईपीओ सोमवार को खुलने के साथ ही पहले दो घंटे में ही पूरा सब्सक्राइब हो गया। इसके साथ ही ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर का प्रीमियम उछलकर 120 रुपये पर पहुच गया। इस आईपीओ के लिए दायरा मूल्य 165-166 रुपये रखा गया है।
रूट मोबाइल
वही दूसरी ओर क्लाउड कम्युनिकेशन सर्विस देने वाली कंपनी रूट मोबाइल (Route Mobile) का आईपीओ बुधवार को खुल रहा है। ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम दायरा मूल्य से 63 फीसदी यानी 220 रुपये प्रति शेयर अधिक चल रहा है। कंपनी ने आईपीओ के लिए दायरा मूल्य 345-350 रुपये प्रति शेयर रखा है। हैपिएस्ट माइंड्स को रिटेल कैटगरी में सोमवार को करीब 15 गुना ज्यादा बोलियां मिलीं जबकि गैर-संस्थागत श्रेणी यह 62 फीसदी सब्सक्राइब हुआ। क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल कैटगरी में आईपीओ को महज 8 फीसदी बोलियां मिली। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आईपीओ को लेकर रिटेल इन्वेस्टर में बहुत अधिक उत्साह है।
रोजारी बायोटेक
जुलाई में Rossari Biotech की भारी सफलता से आईपीओ में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। कंपनी का आईपीओ 79.37 गुना सब्सक्राइब हुआ था। कंपनी 58 फीसदी प्रीमियम के साथ शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हुई थी। केजरीवाल रिसर्च के फाउंडर अरुण केजरीवाल का कहना है कि , इन दोनों इश्यू में जिन निवेशकों को शेयर मिले हैं, वे न केवल भाग्यशाली होंगे बल्कि जमकर पैसा भी बनाएंगे। लेकिन ग्रे मार्केट से शेयर खरीदने वालों को कितना फायदा होगा, यह देखना पड़ेगा।
सेबी की ग्रे मार्केट से दूरी की सलाह
ग्रे मार्केट सेबी के दायरे में नहीं आता है और कई निवेशकों को अपनी लापरवाही की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है। इसमें भारी जोखिम है और सेबी ने रिटेल इनवेस्टर्स को ऐसे मार्केट्स से दूर रहने की हिदायत दी है। ग्रे मार्केट में दूसरी पार्टी के डिफॉल्ट की आशंका रहती है क्योंकि यह भरोसे पर चलता है। इसलिए इसमें इन्वेस्टर के नुकसान की आशंका भी बनी रहती है।