कोई भी व्यक्ति 60 वर्ष की आयु के बाद नियमित रूप 10 से 6 का जॉब करना पसंद नहीं करेगा। लेकिन इसके लिए तैयारी बहुत कम लोगों की होती है। कई व्यक्ति इस आयु अपने रिटायरमेंट फंड को इकत्रित कर पाने में सक्षम नहीं होते हैं। लेकिन यदि किसी व्यक्ति ने पहले से तैयारी की है तो वह अपने अनुसार रिटायर हो सकता है। इसके लिए आपको कुछ टिप्स अपनानें पड़ेगे।
शीघ्र निवेश प्रारंभ करें
यह सलाह दी जाती है कि जितना शीघ्र हो सके अपनी रिटायरमेंट के लिए निवेश प्रारंभ कर दें। शीघ्र निवेश करके आप इक्विटी में आवश्यक निवेश कर सकते हैं, जिसमें उच्च रिटर्न मिल सकता है। शीघ्र निवेश करने से कंपाउंडिंग का प्रभाव भी बढ़ गया।
इक्विटी आवंटित करें राशि
लॉन्ग टर्म के लिए इक्विटी में राशि आवंटित करें। लॉन्ग टर्म में वेल्थ बनाने के लिए इक्विटी बेस्ट एसेट क्लास है। उल्लेखनीय है कि रिटायरमेंट एक दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्य है जिसे आप अपने मासिक निवेश के एक बड़े हिस्से को इक्विटी में आवंटित किया जा सकता है। जितना अधिक आप इक्विटी के लिए राशि आवंटित करते हैं, उतनी ही गति से आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे। लक्ष्य प्राप्ती के बाद आप शीघ्र रिटायर हो पाएंगे।
मुद्रास्फीति को अनदेखा न करें –
अपने दीर्घकालिक लक्ष्य की योजना बनाते समय आप मुद्रास्फीति या मंहगाई को अनदेखा नहीं कर सकते क्यो से कि यह आपके पैसे की क्रय शक्ति को कम कर देती है। इसके लिए अगर आप अगले 30 वर्षों के लिए 4% की मुद्रास्फीति की दर मानते हैं, तो आपको 60 वर्ष की आयु में अपने खर्चों को पूरा करने के लिए हर महीने 97,300 रुपये की आवश्यकता होगी, वह भी तब जब आपके वर्तमान मासिक खर्च 30 साल की उम्र में 30,000 रुपये हैं।
स्वास्थय बीमा अवश्य कराएं
आपके पास पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा न होने से आपकी रिटायरमेंट बचत में सेंध लग सकती है, क्योंकि हास्पिटल में भर्ती होने के खर्च बढ़ गए हैं और जीवन शैली के चलते रोगों से प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। इसलिए पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा होने से यह सुनिश्चित होगा कि आपको किसी भी चिकित्सा आपातकाल की स्थिति में अपनी रिटायरमेंट बचत में सेंध लगाने की आवश्यकता नहीं है। जितना शीघ्र हो सके आप स्वास्थ्य बीमा कराएं आपको उतना ही कम प्रीमियम देना होगा। यह आपके लिए लाभकारी सावित हो सकेगा।