आईटी सेक्टर की शीर्ष भारतीय कंपनी में से एक इन्फोसिस को भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड हुए 26 वर्ष पूरे हो गए हैं। इन्फोसिस आज ही के दिन 14 जून 1993 को भारतीय शेयर मार्केट में लिस्टेड हुई थी जिसके बाद से कंपनी लगातार ग्रोथ करते जा रही हैं।
इन्फोसिस की स्थापना 2 जुलाई, 1981 को पुणे में एन आर नारायण मूर्ति के द्वारा की गई। इनके साथ और छह अन्य लोग थे: नंदन निलेकानी, एन एस राघवन, क्रिस गोपालकृष्णन, एस डी.शिबुलाल, के दिनेश और अशोक अरोड़ा, राघवन के साथ आधिकारिक तौर पर कंपनी के पहले कर्मचारी.मूर्ति ने अपनी पत्नी सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) से 10,000 रूपये लेकर कम्पनी की शुरुआत की। कम्पनी की शुरुआत उत्तर मध्य मुंबई में माटुंगा में राघवन के घर में “इन्फोसिस कंसल्टेंट्स प्रा लि” के रूप में हुई जो एक पंजीकृत कार्यालय था।
2001 में इसे बिजनेस टुडे के द्वारा “भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता ” की श्रेणी में रखा गया। इन्फोसिस ने वर्ष 2003, 2004 और 2005, के लिए ग्लोबल मेक (सर्वाधिक प्रशंसित ज्ञान एंटरप्राइजेज) पुरस्कार जीता। यह पुरस्कार जीतने वाली यह एकमात्र कम्पनी बन गई और इसके लिए इसे ग्लोबल हॉल ऑफ फेम में प्रोत्साहित किया गया।
जिस किसी ने भी इन्फोसिस कंपनी की लिस्टिंग के समय 9500 रूपये इन्वेस्ट किए वो रकम बढ़कर आज लगभग 7.6 करोड़ हो गई है। उस समय 9500 में मात्र 100 शेयर इन्फोसिस के मिलते थे इसके बाद कंपनी ने कई बार बोनस शेयर दिए हैं। ये 100 शेयर बढ़कर आज तक 102400 शेयर हो गए हैं। प्रति शेयर की कीमत 740 रूपये के लगभग है।
बोनस एवं स्प्लिट हिस्ट्री
•In 1994, company declared 1:1 bonus = Investor receives 200 shares
• In 1997, company declared 1:1 bonus = Investor receives 400 shares
• In 1999, company declared 1:1 bonus = Investor receives 800 shares
• In 1999, company split the share of face value Rs 10 to Rs 5 = Investor receives 1,600 shares
• In 2004, company declared 3:1 bonus = Investor receives 6,400 shares
• In 2006, company declared 1:1 bonus = Investor receives 12,800 shares
• In 2014, company declared 1:1 bonus = Investor receives 25,600 shares
• In 2015, company declared 1:1 bonus = Investor receives 51,200 shares
• In 2018, company declared 1:1 bonus = Investor receives 1,02,400 shares
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