उल्लेखनीय है बच्चे के पैदा होने के ख्याल भर से ही, बनने जा रहे माता-पिता को अपार खुशी और संतोष मिलता है। बच्चे के पैदा होने की साथ ही जिम्मेदारी की भावना भी पैदा हो जाती है। इस बात का एहसास भी हो जाता है कि आपको अपने फाइनैंस को ठीक रखने की जरूरत है। इसके लिए फाइनैंशल प्लानिंग, इसका मुख्य आधार है। जो आपकी जिम्मेदारी को प्रबल बनाता है। लेकिन इसके लिए कोई जरूरी बात आवश्यक है।
पर्याप्त सेविंग्स हो
अपने बच्चे पालने पाषण के लिए जो भी किया जाए वह कम होता है लेकिन किसी भी माता पिता के लिए बच्चे के पालन-पोषण से जुड़े सभी छोटे-बड़े खर्च को ध्यान में नहीं रखा जा सकता है। ऐसे कई अनगिनत अनसोचे खर्च हैं जो होते रहते हैं। डायपर्स, कपड़े, खिलौने, डॉक्टर से मुलाकात, टॉयलेट से जुड़ी चीजें, ये सब तो बस कुछ गिने-चुने नाम हैं। इसके अलावा कुछ खर्च ऐसे भी होते हैं जो एक ही बार में करने पड़ते हैं जैसे बच्चे का बिस्तर या स्ट्रोलर। इसके अलावा कई अनगिनत रेग्युलर खर्च ऐसे भी हैं जिन पर आपको नजर रखने की जरूरत है। हो सकता है कि आपने अपने बच्चे के लिए एक बजट बनाया हो, लेकिन क्या ये काफी है? आपको अपने बच्चे के आने से पहले कुछ पैसे अलग रखने पड़ेंगे। इसके अलावा, अपने इनकम का एक हिस्सा बच्चे की रेग्युलर जरूरतों को पूरा करने के लिए अलग रखना पड़ेगा। इसके लिए आपको अपने मौजूदा खर्च में कटौती भी करनी पड़ सकती है ताकि बच्चे की जरूरतों को पूरा करने में आसानी हो। लेकिन फिर भी पैसा कम पड़ जाता है। इसलिए सही प्लानिंग होना आवश्यक होती है।
पर्याप्त हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस कवर हो
अपने बच्चों और परिवार के सुरक्षा के लिए इंश्यारेंस होना बहुत आवश्यक होता है। बच्चों वाले पारिवारों के लिए हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी प्रकिृया है। हो सकता है कि आपने बुरे समय में अपनी सुरक्षा के लिए एक टर्म और हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ले रखा हो, लेकिन फिर भी एक माता/पिता बनते समय आपको अपने कवरेज संबंधी जरूरत का फिर से मूल्यांकन करना चाहिए। यदि आपने अभी तक इंश्योरेंस नहीं लिया है तो आपको बच्चे के आने से पहले तुरंत पर्याप्त कवर लेकर रख लेना चाहिए। बच्चे के आने के बाद इंश्योरेंस और ज्यादा जरूरी हो जाता है। टर्म इंश्योरेंस, आपकी असमय मौत हो जाने पर, आपके बच्चे के खर्च का ख्याल रखेगा और उसके लालन-पालन में मदद करेगा। एक हेल्थ इंश्योरेंस कवर, हॉस्पिटल का खर्च उठाने में मदद करेगा और इलाज संबंधी महंगाई और सेहत संबंधी अनिश्चितताओं से आपकी रक्षा करेगा।
बच्चे की पढ़ाई के लिए तैयारी करें
अपने बच्चे के लिए निवेश करना शुरू करने के लिए कोई समय जल्दी का नहीं है। यदि यह थोड़ा जल्दी लगता है तब भी अपने बच्चे के लिए अभी से निवेश शुरू करने से आपको एक बड़ी रकम तैयार करने के लिए एक्स्ट्रा टाइम मिलेगा। आप जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, आपको उतना ज्यादा समय मिलेगा, और आपको अपने फाइनेंस पर बोझ डाले बिना एक छोटे से अमाउंट से अपने निवेश की शुरुआत करने का मौका मिलेगा और बड़े आराम से एक बड़ी रकम तैयार हो जाएगी।
आप चाहे तो बच्चे की पढ़ाई के लिए एक सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू कर दें। स्कूली और ऊंची शिक्षा दोनों सस्ती नहीं हैं। आपका रेग्युलर इनकम, आपके बच्चे की पढ़ाई का ख्याल रख सकता है लेकिन ऊंची शिक्षा के लिए एक बड़ी रकम तैयार करने की जरूरत है जिसके लिए लंबे समय तक निवेश करना पड़ सकता है। आपको पता नहीं होगा कि आपका बच्चा कौन-सा करियर चुनेगा, लेकिन आप उस पर आने वाले खर्च का एक अनुमान लगा सकते हैं। इसके अलावा आपको शिक्षा संबंधी महंगाई को भी ध्यान में रखना होगा जो उपभोक्ता संबंधी महंगाई से 2 से 3 गुना होती है।
आपातकालीन स्थिति के तैयार रखे फंड
अगर आपका परिवार है तो आपातकालीन स्थिति के लिए आपके पास एक फंड होना आवश्यक है। चूकि आपातकालीन परिस्थितियां बिन बताए आती हैं और आपके फाइनैंस को बर्बाद करने की क्षमता रखती हैं। इसलिए इनसे निपटने के लिए इसके लिए पहले से तैयार रहना ही सबसे अच्छा है। नौकरी छूटना, अचानक कोई मेडिकल इमर्जेंसी आना, अपने बच्चे की पढ़ाई के सिलसिले में विदेश जाना, कुछ ऐसी परिस्थितियां हैं जब आपको तुरंत पैसे की जरूरत पड़ सकती है। एक इमर्जेंसी फंड आपको बच सकने लायक उधार से दूर रखेगा और आपके मौजूदा निवेशों को सुरक्षित रखेगा। अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात, जैसे ही आपको पता चले कि आप माता/पिता बनने वाले हैं, वैसे ही जल्द से जल्द अपने कर्ज को कम करते हुए मैनेज करने लायक लेवल तक लाने की कोशिश करें। ताकि आपके किसी भी प्रकार के लोन या कर्ज का आपके बच्चे के भविष्य पर बुरा प्रभाव न पड़े और आपका बच्चा अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकें इसलिए आप अपना फाइनैशिंयल प्लान स्ट्रांग बनाएं।
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