पीएम मोदी भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) में कहा कि कोरोना महामारी के कारण बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार ने कई प्रयास किए हैं।
कोरोना महामारी के कारण संकट से जूझ रही भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार कई कोशिश कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा कर दी है। इन सबके बीच पीएम आज भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सालाना बैठक को संबोधित कर रहे हैं। मोदी 2.0 के एक साल पूरे होने के बाद आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज भाग ले रहे हैं। लॉकडाउन में ढील और अनलॉक-1 में कारोबार में ढील देने की सरकारी घोषणा के बाद देश के कई हिस्सों में स्थितियां सामान्य होती दिख रही हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ‘गेटिंग ग्रोथ बैक’ पर अपनी राय रख रहे थे । करोवारी महौल वेहतर करने पर सरकार का फोकस
पीएम मोदी का कहना था कि इंडस्ट्री लीडर पर मुझे पूरा भारोषा है। उन्होंने कहा कि स्पेश क्षेत्र में निजी कंपनियां निवेश कर सकेगी। एमएसएमई की परिभाषा में सरकार ने बदलाव किया है। नीतियों में बदलाव से इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा। एमएसएमई का जीडीपी में बड़ा योगदान है। अब दुनिया के देशों में भारत से उम्मीद बढ़ी है। सरकार इंडस्ट्री के साथ मजबूती से खड़ी है। सरकारी दखलांदाजी को कम करने पर फोकस किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत की तरफ मजबूती से बढ़ना है। सरकार के द्वारा समाज में हर तपके को मदद पहुचाने का कार्य किया गया है। अब लोकल सप्लाई चेन को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत है साथ ही आयत को कम करने की कोशिश की जानी चाहिए।
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