भारत में शीघ्र ही अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज प्रारंभ होने जा रहा है जहां सोने व चांदी के स्पॉट ट्रेड हो सकेंगे। भारत में बुलियन एक्सचेंज बनने का सबसे बड़ा लाभ यह मिलेगा कि आने वाले समय में भारत अपने सोने की मूल्य स्वयं तय कर सकेगा। अभी लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) द्वारा तय सोने की कीमत के अनुसार भारत के सर्राफा बाजार में सोने के मूल्य तय होते हैं। बुलियन एक्सचेंज का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि भारत आने वाले समय में सोने के दाम स्वयं ही तय करेगा और अंतरराष्ट्रीय सटोरियों के कारण भारत में बिना कारण सोने के भाव ऊपर-नीचे नहीं किए जा सकेगें।
अहमदाबाद के पास गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (गिफ्ट) में बुलियन एक्सचेंज की स्थापना की जाएगी। बुलियन एक्सचेंज की स्थापना इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर अथॉरिटी (आईएफएससीए) की देखरेख में हो रही है। आईएफएससीए बुलियन एक्सचेंज के नियामक के रूप में भी काम करेगा।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज के अनुसार अगले कुछ महीनों में बुलियन एक्सचेंज काम करने लगेगा। उन्होंने एक औद्योगिक संगठन के वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि भारत विश्व भर में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, इसलिए सरकार ने अपना बुलियन एक्सचेंज प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।