मकान सभी के लिए महत्वपूर्ण संपत्ति होती है जिसे बड़ी सावधानी से अपनी जीवन भर की जमा पूंजी लगाई जाती है, पर ना जाने क्यों, लोग इसकी रक्षा करने में बीमा लेने से घवराते हैं। उल्लेखनीय है कि होम इंश्योरेंस को महंगा माना जाता है। लेकिन यदि इसके लिए प्रीमियम के 5 रुपये प्रतिदिन जितना कम हो तो । विशेषज्ञों का कहना है कि होम इंश्योरेंस मूल रूप से एक बीमा कवर है। जिसे सभी विपरीत परिस्थितियों के खिलाफ अपने घर की रक्षा करने के लिए लेते हैं। इसका असर आपकी जीवन शैली पर भी पड़ सकता है। अधिकाश देखा यह जाता है कि हम सभी बड़ी मेहनत से सारी जमा पूंजी लगाकर अपने सपनों का घर लेते हैं। इसके बाद इसे सेफ़्टी डोर, सीसीटीवी कैमरे या आवश्यक लॉकिंग सिस्टम आदि से लैस कर इसकी रक्षा के लिए कई प्रकार के उपाय करते हैं। औसतन हम अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा अपने होम लोन का भुगतान करने में खर्च करते हैं, परंतु हम एक आवश्यक सुरक्षा उपाय भूल जाते हैं। वह है घर का बीमा अर्थात होम इंश्योरेंस करवाना । भारत में कुल मिलाकर घरों का बीमा 1% से भी कम है जो कि काफी कम है और जिसमें हम होम इंश्योरेंस द्वारा किए गए निराशाजनक कार्य को भी जिम्मेदार मानते हैं।
कौन खरीद सकता है
हर प्रकार की संपत्ति का मालिक होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकता है। जिन व्यक्तियों ने संपत्ति किराए पर दी है, वह भी गृह बीमा पॉलिसी के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक आर्गेनाईजेशन जो संपत्ति का मालिक है, वह भी अब होम इंश्योरेंस ले सकता है। यही नहीं, किसी मकान में कोई व्यक्ति किराये पर रह रह है तो वह भी होम इंश्योरेंस की पॉलिसी ले सकता है।
क्या क्या कवर होता है
होम इंश्योरेंस आग और इससे संबद्ध खतरों, चोरी, सेंधमारी, आतंकवाद, आदि के अलावा निर्माण, सामग्री, गहने और क़ीमती सामान और आर्ट वर्क के होने वाले नुकसान से कवरेज प्रदान करता है। कोई भी मकान मालिक किराया कवर के नुकसान का विकल्प भी चुन सकता है। ऐसा करने पर संकट के कारण आपकी नष्ट हुई संपत्ति की क्षतिपूर्ति करने में मदद मिलती है। साथ ही, जब आपका किरायेदार इसे खाली कर देता है, जिसके लिए आपको किराया मिलना बंद हो जाता है। ऐसे में इंश्योरेंस कवर से भरपाई मिलती है।
कितनी अवधि के लिए
कुछ होम इंश्योरेंस पॉलिसियां ग्राहकों को 5 साल तक की लंबी अवधि से लेकर 1 दिन की अवधि के लिए पॉलिसी खरीदने का विकल्प भी देती हैं। पॉलिसी को उन संगठनों या फर्मों को भी लागू किया जा सकता है जो कर्मचारियों, भागीदारों या अन्य आमंत्रितों द्वारा आवासीय उद्देश्यों के लिए उपयोग की जा रही संपत्ति के मालिक हैं।
प्राकृतिक आपदाओं में कैसे देता है सुरक्षा
चक्रवात, बाढ़, तूफान, सूखा, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से भारत में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था को खतरा पैदा हो रहा है और साथ ही साथ कमजोर तबके के लोगों पर इसका ज्यादा विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। किसी भी प्राकृतिक आपदा में सबसे बड़ा नुकसान किसी के घर का नुकसान होता है। ऐसी आपदाओं के दौरान आर्थिक नुकसान और बीमित नुकसान के बीच भारी अंतर नोट किया गया है। इस प्रकार, होम इंश्योरेंस का चुनाव प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ अपने घर की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होता है जहां आप न केवल अपने घर की संरचना, बल्कि सामग्री को भी ढाल प्रदान कर सकते हैं।
सामान और पोर्टेबल उपकरणों की सुरक्षा
अपने जीवन में आपने पड़ोस में गहने चोरी होने या छिनने की घटना के बारे में अवश्य ही सुना या देखा होगा। इस तरह की घटना को जानने या सुनने के बाद आपके मन में पहला विचार यही आता है कि आप अपने बहुमूल्य गहनो की सुरक्षा कैसे करेंगे। आपको इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि घर पर या बैंक लॉकर में रखे गए गहने को होम इंश्योरेंस के तहत अलग से कवर किया जा सकता है। आप अपने उस गहने का भी बीमा कर सकते हैं जो आप सिर्फ घर पर ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी यात्रा करते हुए भी पहने हुए हैं। एक व्यक्ति घर की वस्तुओं का बीमा कर सकता है और साथ ही अपने घरेलू उपकरण, फर्नीचर, कपड़े, पोर्टेबल उपकरण जैसे सेल फोन या लैपटॉप, टेलीविजन आदि का भी बीमा करा सकता है।