अचानक जब पैसों की आवश्यकता पड़ जाये तो इमरजेंसी फंड न हो तो लोन लेना पड़ता है। कई बार शीघ्रता के कारण भी लोग ऐसे एप का सहारा लेते हैं जो जल्द से जल्द लोन देने की बात करते रहते हैं।
वर्तमान समय में धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसे एप की संख्या और जालसाजी के मामले भी तेजी से बृद्धि हो रही हैं। इसलिए एप के माध्यम से लोन लेने से पहले कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखें। RBI भी जालसाजों से लगातार ग्राहकों को सचेत रहने की सलाह देता रहता है।
जानकारी जुटाएं
किसी भी कर्ज देने वाले के बारे में जानकारी लेना आपका अधिकार होता है। जिस तरह कर्जदाता प्रत्येक आवेदन के लिए नो योर कस्टमर्स (केवाईसी) करते हैं, ठीक उसी तरह कर्ज के लिए आवेदन करने से पहले अपने लोन देने वाले के बारे में जानकारी अवश्य लें। उन कंपनियों को जानें जो आरबीआई के साथ रजिस्टर्ड हैं आरबीआई के साथ रजिस्टर्ड कंपनियां ही लोन देने की विधिवत अधिकारी होती हैं।
वेबसाइट अवश्य चेक करें
किसी भी कंपनी से लोन लेने से पहले उसकी वेबसाइट अवश्य चेक करें। उल्लेखनीय है कि बहुत सारे ऐसे चीनी एप हैं जिनकी कोई वेबसाइट नहीं है और इनसे लोन लेना आपके लिए खतरे से खाली नहीं है। भले ही कोई वेबसाइट लिस्टेड है लेकिन, लोन लेने से पहले उधारकर्ताओं को यह जांचना चाहिए कि कंपनी या बैंक RBI के साथ रजिस्टर्ड है अथवा नहीं है। इसके अतिरिक्त, कंपनी की पहचान संख्या की जांच भी अवश्य करें। अगर किसी लेंडर के पास वेबसाइट नहीं है तो वह एप डाउनलोड न करें। आपके लिए खतरा हो सकता है।
लीगल लेंडिंग एप की पहचान करने का एक और तरीका यह भी है कि यह RBI-रजिस्टर्ड NBFC से वैध रूप से जुड़ा है। इसके अलावा सत्यापित उधारदाताओं को केवाईसी और कलेक्शन प्रैक्टिस विभिन्न नियामक दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है जो ग्राहकों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इसलिए किसी भी ऐप या कंपनी से लोन लेन से पहले अच्छी तरह से जांच परख कर लेना आवश्यक है। जो आपके लिए बहुत आवश्यक है।