भोपाल। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना कि सरकार स्टार्टअप्स से बात करने और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए तैयार है। उनका कहना है कि सरकार उन स्टार्ट-अप के साथ बात करने के लिए तैयार है जो विदेश जाने पर विचार कर रहे हैं और भारत में रहने में उनकी सहायता करने के लिए जितना हो सके उनके मुद्दों का समाधान करेंगे।
वित्त मंत्री का यह भी कहना था कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद स्टार्ट-अप के लिए काम किया है और सरकार की नीतियों ने एक सक्षम वातावरण बनाया है जिसके परिणाम स्वरूप भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
उचित चिंताओं पर करेंगे’ गौर
एक प्रश्न की उत्तर में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक से फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण का कहना था कि, “मैंने स्टार्टअप के साथ प्रधान मंत्री को यह जानने के लिए शामिल किया है कि वे भारत से क्या चाहते हैं और हम उनकी चिंताओं का हरसंभव समाधान करते रहें।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत से बाहर जाने वाले सफल भारतीय स्टार्टअप के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि, मैंने यह दूसरों से भी सुना है। वह (स्टार्टअप) सिंगापुर जा रहा है, यूएई जा रहा है। खैर, अगर वे भारत सरकार से बात करना चाहते हैं तो आएं हम उनकी चिंताओं पर गौर करेंगे। यदि संभव हुआ तो हम निश्चित रूप से उन पर ध्यान देंगे।
प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रयास जारी
वित्त मंत्री का कहना था कि, ‘मुझे लगता है कि स्टार्टअप्स के साथ निरंतर जुड़ाव ही उन्हें भारत में बने रहने और बेहतर प्रदर्शन करने में सहायता करेगा। लेकिन, अगर ऐसे प्रलोभन हैं जिनके लिए वे बाहर जाना चाहते हैं, तो हमें यह समझने की आवश्यकता है कि हम उनकी कितनी सहायता कर सकते हैं। हालांकि, उनकी सभी मांगे
मांगें संभव नहीं हैं लेकिन समान रूप से हम कोशिश कर सकते हैं। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में वित्त मंत्री का कहना था कि भारत सरकार पूर्वोत्तर में स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रयास कर रही है।
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न कंपनियां हैं जिनकी वैल्यू 250 अरब डॉलर है और ये यूनिकॉर्न पिछले कुछ वर्षों में 63 अरब डॉलर से अधिक रकम जुटाने में सफल रहे हैं। वित्त मंत्री का कहना था कि देश में स्टार्टअप परिवेश बहुत अच्छी तरह से विकसित हुआ है और इन सभी 100 यूनिकॉर्न का कुल मूल्य 250 अरब डॉलर है।