<![CDATA[देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने मंथली एवरेज बैलेंस (MAB) बरकरार न रखने पर सर्विस चार्ज 20-50 पर्सेंट तक कम कर दिया है। बैंक ने मेट्रो और अर्बन सेंटर्स को समान कैटेगरी में रखने का भी फैसला किया है और इस वजह से मेट्रो सेंटर्स में मिनिमम बैलेंस की जरूरत 5,000 रुपये से कम होकर 3,000 रुपये हो गई है। मौजूदा व्यवस्था में मेट्रो और अर्बन सेंटर के कस्टमर्स को एकाउंट में एवरेज बैलेंस न रखने पर 40-100 रुपये तक का चार्ज देना होता था। इसे घटाकर अब 30-50 रुपये कर दिया है। सेमी-अर्बन और रूरल सेंटर्स के लिए चार्ज 25-75 रुपये से घटाकर 20-40 रुपये किया गया है। बैंक ने कहा, 'हमने मंथली एवरेज बैलेंस रखने की जरूरत और इसे बरकरार न रखने पर चार्ज की समीक्षा की है। हम यह बताना चाहते हैं कि जन धन खातों पक कभी कोई चार्ज नहीं लगाए गए।' SBI ने पेंशनर्स, सरकार की सामाजिक योजनाओं के लाभार्थियों, अव्यस्कों के खातों को मिनिमम एवरेज बैलेंस की जरूरत से बाहर रखने का भी फैसला किया है। अभी तक प्रधानमंत्री जन धन योजना और बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट एकाउंट्स (BSBD) को इससे छूट मिली हुई थी। SBI के पास 42 करोड़ सेविंग बैंक एकाउंट होल्डर्स हैं। इनमें से लगभग 13 करोड़ एकाउंट्स प्रधानमंत्री जन धन योजना और BSBD के तहत हैं और इन्हें पहले ही मिनिमम एवरेज बैलेंस की जरूरत से छूट मिली है। अब बहुत सी अन्य कैटेगरी में भी यह छूट मिलने से करीब पांच करोड़ और एकाउंट होल्डर्स को फायदा होगा। SBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि कस्टमर्स के पास अपने रेगुलर सेविंग्स बैंक एकाउंट को BSBD एकाउंट में तब्दील करने का विकल्प मौजूद है और इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।]]>