भारत। ग्लोबल सेमीकंडक्टर सेक्टर वर्ष 2030 तक लगभग एक ट्रिलियन डॉलर की इंडस्ट्रीज बन सकती है। इस बारे में एक्सपर्ट कहते हैं कि लॉन्ग टर्म में आईटी सेक्टर और सेमीकंडक्टर सेक्टर दोनों ही बढ़िया तरीके से ग्रो करते हुए दिखाई देंगे।
एक्सपर्ट के अनुसार सेमीकंडक्टर इंडस्ट्रीज ग्लोबल लेवल पर अगले एक दशक के लिए व्यापक तरीके से बढ़ाने के लिए तैयार है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्रीज को दूसरे इंडस्ट्रीज जैसे कि आटोमोटिव, वायरलेस और डाटा स्टोरेज 2030 तक ट्रिलियन डॉलर इंडस्ट्रीज बनाने में अहम भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगे।
दूसरी तरफ आईटी सेक्टर में शॉर्ट टर्म में देखा जाए तो आईटी सेक्टर में एक दबाव देखने को मिल सकता है लेकिन लॉन्ग टर्म के नजरिये से आईटी सेक्टर अपने स्ट्रक्चरल फैक्टर से अच्छा प्रदर्शन करने में सहयता कर सकते हैं।
इसके अलावा एक्सपर्ट कहते हैं कि वह अगले फाइनेंशियल ईयर 2025 के लिए बैंकिंग, ऑटो, ऑटो उपकरण और बिल्डिंग मटेरियल जैसे सेक्टर पर बुलिश है।
बिल्डिंग मटेरियल
बिल्डिंग मटेरियल सेक्टर पर टिप्पणी करते हुए एक्सपर्ट कहते हैं कि इस सेक्टर को लेकर हम काफी अधिक आशावादी बने हुए हैं उन्होंने संभवत बिल्डिंग बनाने वाले मैटेरियल्स के डिमांड आगे भी बनी रहेगी क्योंकि देश में इंफ्रास्ट्रक्चर, शहरीकरण, रियल एस्टेट और कमर्शियल में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसलिए यह सेक्टर के ग्रोथ करने की संभावना बहुत अधिक दिखाई दे रही है।
ऑटो सेक्टर
इसके अलावा ऑटो सेक्टर पर एक्सपर्ट कहते हैं कि शहरी डिमांड की वजह से ऑटो सेक्टर में एक अपट्रेंड देखा जा सकता है। इसलिए ऑटो सेक्टर लगातार बढ़ने की संभावना लगातर प्रबल है।
बैंकिंग सेक्टर
बैंकिंग सेक्टर पर आगे टिप्पणी करते हुए कहते हैं कि देश में क्रेडिट ग्रोथ का मोमेंटम आगे भी जारी रह सकता है विशेषकर होम लोन, ऑटो लोन और क्रेडिट कार्ड क्रेडिट ग्रोथ को आगे बढ़ाने में सहायता करते हुए नजर आएंगे। इस प्रकार बैंकिंग सेक्टर ग्रोथ करता नजर आ रहा है।