<![CDATA[देश में नोटबंदी से जारी अफरा-तफरी के बीच नौकरी-पेशा लोगों की सैलरी आनी शुरू हो चुकी है. नोटबंदी लागू होने के बाद बीते 20 दिनों से सबसे बड़ी दिक्कत कैश निकालने और खर्च करने में दिखाई दे रही है. इस बार सैलरी आते ही आपको अपने जरूरी और गैर-जरूरी खर्चों को प्लान करने की जरूरत है नहीं तो नतीजा आपकी जरूरत पर भारी पड़ सकता है. लिहाजा अपनी सैलरी से खर्च को कुछ इस तरह प्लान कर आप कम कर सकते हैं अपनी दिक्कतें. 1. सैलरी आने के बाद सबसे पहले अपने सभी जरूरी मासिक खर्चों की सूची बनाएं. इस सूची में उन सभी खर्चों को एक तरफ करें जहां आप कैश खर्च करने से बच सकते हैं . कैश खर्च करने वाली सूची को जितना छोटा करना संभव हैं उतना कर लें. 2. मकान का किराया, बिजली का बिल, सोसाइटी का मेंटेनेंस चार्ज, जैसे मोटे खर्च को चेक के जरिए करें. मकान मालिक चेक लेने से सहमत नहीं होता तो उसे पेटीएम या मोबाइल ट्रांसफर के जरिए भुगतान करें. 3. बच्चों के स्कूल की फीस, जिमनेजियम या क्लब की फीस, न्यूजपेपर और मैगजीन के बिल का भुगतान भी चेक के जरिए करें. 4. कार और मोटरसाइकिल की सर्विस, मोबाइल बिल, टीवी रीचार्ज और ब्रॉडबैंड कनेक्शन के बिल का भुगतान करने के लिए डेबिट कार्ड या किसी अन्य प्लास्टिक कार्ड की मदद से करें. 5. रसोई की जरूरत के लिए दाल, चावल, आटा और अन्य राशन की पूरी लिस्ट बनाकर एक बार में डेबिट कार्ड अथवा मोबाइल पेमेंट की मदद से खरीदारी करें. 6. कार या स्कूटर में एक हफ्ते या उससे अधिक की जरूरत भर का पेट्रोल डलवाएं. इस भुगतान के लिए आप पेट्रोल पंप पर कैश खर्च करने से बच सकते हैं. आमतौर पर पेट्रोल पंप पर डेबिट कार्ड से पेमेंट की सुविधा रहती है. 7. दूध, दही, अंडा और ब्रेड जैसी जरूरत के लिए आपको प्रतिदन कैश की ही आवश्यकता पड़ेगी. लिहाजा इस खरीदारी के लिए कम से कम एक हफ्ते का कैश निकालकर अलग रख लें. 8. आप यदि शराब, सिगरेट और तंबाकू का सेवन करते हैं तो पूरी कोशिश करें कि इन बुरी आदतों को छोड़ दें. नशे के ये सभी साध्य आपकी जेब से कैश को निकाल लेती हैं. इन बुरी आदतों को पूरी तरह छोड़ पाना संभव न हो तो कम से कम इन्हें कम करते हुए कई दिनों की जरूरत पूरी करने के लिए एक साथ खरीदें. एक साथ खरीदने में आप इसका पेमेंट डेबिट कार्ड या मोबाइल पेमेंट की मदद से कर आप अपने ऊपर कैश का दबाव कम कर सकते हैं. 9. ड्राइवर, नौकर, मेड अथवा घर के काम में लगे अन्य लोगों को बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए प्रेरित करें. जरूरत पड़ने पर अकाउंट खुलवाने में उनकी मदद करें. इसके साथ ही उन्हें मोबाइल पेमेंट के जरियों से वाकिफ करते हुए उनका भुगतान चेक के जरिए करें. इससे आप उन्हें डिजिटल लिटरेट बनाने के साथ-साथ कैश पर अपनी निर्भरता को कम कर सकते हैं.<img class="alignnone size-medium wp-image-154" src="https://investmentavenues.in/wp-content/uploads/2016/11/02_11_2016-atm-use-300x200.jpg" alt="02_11_2016-atm-use" width="300" height="200" />]]>