-बिजली बिल कम करने के लिए करें ये उपाय –
लाइटिंग के पुराने विकल्प आपकी जेब खाली करते हैं. इनकी जगह ऊर्जा कुशल लाइटिंग इक्विपमेंट का इस्तेमाल कर काफी बचत की जा सकती है.
वाट प्रति यूनिट बिजली दर बल्बों की संख्या
रेगुलर ट्यूबलाइट 48W 6 4
एलईडी रेप्लेसमेंट 20W 6 4
सालाना बचत : 1,226 रुपये
टिप
अगर आपका अपना मकान है तो सोलर पैनल लगाकर बिजली के बिल को और घटा सकते हैं. एलईडी और सोलर लाइट को मिलाजुलाकर लगाने से बिल को 60 फीसदी तक घटाया जा सकता है। साथ ही किसी भी बिजली के उपकारण या लाइट का उपयोग उसी समय करें जिस समय आप वहा मौजूद हो। जैसे कमरे के लाइट व पंखे को उपयोग न होने पर चालू न छोड़े इससे ऊर्जा बचत होगी साथ ही बिजली खपत बचेगी जिससे अपके बिल पर भी असर होगा।
क्या माना गया है?
कैलकुलेशन सिग्नीफाई प्रोडक्टों के आधार पर है. इनका इस्तेमाल दिन में 5 घंटे होता है.
-स्टार रेटिंग वाले प्रोडक्ट लें
5-स्टार रेटिंग वाले अप्लायंस बिजली की खपत घटाने के साथ इलेक्ट्रिसिटी बिल को 12 फीसदी कम करते हैं.
बिजली खपत सालाना खर्च (रुपये) सालाना बचत (रुपये)
3-स्टार 1.5 टन स्प्लिट एसी , 1615 KWH/यूनिट 18,604 लागू नहीं
5-स्टार 1.5 टन स्प्लिट एसी , 1465 KWH/यूनिट 16877 1,727
टिप
रेफ्रिजरेटर के मामले में और बचत हो सकती है. कारण है कि फ्रिज ज्यादा समय के लिए चलती है. 5-स्टार अप्लायंस का मूल्य 2-3 साल में निकल आता है. जबकि अप्लायंस के चलते रहने तक बचत जारी रहती है.
क्या माना गया है?
बिजली की दरें 6 रुपये प्रति यूनिट हैं. एसी दिन में 10 घंटे चलता है, साल में 8 महीने. कैलकुलेशन एलजी के बुनियादी मॉडलों के लिए है.
-पर्यावरण अनुकूल ईंधन का इस्तेमाल करें
कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की तरफ बढ़ने से वायु प्रदूषण ही कम नहीं होगा, यह आपके ईंधन के बिल को भी घटाएगा.
रोजाना दूरी तय की जाती है : 50 किमी
महीने (23 दिन) में दूरी तय की जाती है : 1150 किमी
मासिक ईंधन बिल (रुपये)
पेट्रोल डीजल सीएनजी
मासिक खर्च 5509.19 3834.56 2388.78
डीजल से सीएनजी में स्विच करने पर वार्षिक बचत : 17,349 रुपये
पेट्रोल से सीएनजी में स्विच करने पर वार्षिक बचत : 37,445 रुपये
टिप
डीजल कार अपने पेट्रोल वैरियंट से महंगी होती हैं. इनके रखरखाव पर भी ज्यादा खर्च करना पड़ता है. हर 4-5 साल में कार बदलने वाले नए खरीदारों के लिए पेट्रोल वैरियंट ज्यादा लागत कुशल है. हालांकि, सीएनजी वैरियंट करीब 60,000 रुपये और महंगी पड़ती है. यह लागत दो साल में निकल आएगी.
क्या माना गया है?
पेट्रोल के दाम 71.86 रुपये/लीटर, माइलेज 15 किमी/लीटर; डीजल का भाव 66.96 रुपये/लीटर, माइलेज 20 किमी/लीटर; सीएनजी 45.70 रुपये/किग्रा, माइलेज 22 किमी/किग्रा.
-शेयरिंग में है बचत
कारपूलिंग या राइड-शेयरिंग से पर्यावरण को ही नहीं, आपको भी फायदा है.
एक पैसेंजर के लिए कैब का किराया : 215.44 रुपये
राइड-शेयरिंग के मामले में कैब का किराया : 159.00
सालाना बचत : 14,900 रुपये
टिप
हफ्ते में दो बार सीएनजी ऑटो रिक्शा के लिए कैब छोड़ अतिरिक्त बचत की जा सकती है.
क्या माना गया है?
18 किमी की राइड के लिए उबरगो और उबरपूल की दरें. सालाना बचत महीने में 22 दिन आने-जाने के आधार पर निकाली गई है.
-यात्रा के अलग तरह के विकल्प अपनाएं
इस तरह के विकल्पों में होमस्टे और स्थानीय टूरिस्ट ऑपरेटरों की सेवाएं लेना शामिल हैं. कोशिश करें कि यात्रा के दौरान प्लास्टिक वेस्ट को कम रखें.
होमस्टे में ठहरने की लागत : 3,000 रुपये प्रति रात
होटल में ठहरने की लागत : 5,000 रुपये प्रति रात
बचत : 2,000 रुपये प्रति रात
टिप
बोतलबंद पानी खरीदने की जगह पानी की बोतल लेकर चलें.
क्या माना गया है?
एक जैसी सुविधाओं के साथ 3-स्टार होटल और होमस्टे के बीच तुलना की गई है. शिलांग में रहने के खर्च को लिया गया है.
-ई-वेस्ट को रीसाइकल कर उठाएं फायदा
ग्लोबल ई-वेस्ट मॉनिटर के अनुसार, भारत के कुल ई-वेस्ट में 82 फीसदी हिस्सा निजी उपकरणों का है. अपने चलते हुए मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों को कचरे में नहीं डालें. रीसाइक्लिंग फर्म से संपर्क करें. इनसे आप अपने उपकरणों का उचित मूल्य पा सकेंगे.
डिवाइस की असली लागत : 18,990 रुपये
रीसाइक्लिंग से प्राप्त पैसा : 9,833 रुपये
फायदा : 9,157 रुपये
टिप
आप नहीं चल रहे डिवाइस स्पेयर पार्ट्स की इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में बेच सकते हैं.
]]>