भोपाल। भारत में रिकॉर्ड GST कलेक्शन, हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या, टोल कलेक्शन में आ रहे उछाल, सर्विसेज PMI के 13 वर्ष के उच्चतम स्तर और मैन्युफैक्चरिंग PMI के 4 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से क्या संकेत मिल रहे हैं। ये सब इंडिकेटर्स बता रहे हैं कि भारतीय इकॉनमी बेहद मजबूत स्थिति में है और यहां पर मंदी की जरा भी आशंका नहीं है। मंदी ना आने के कयास लगाने की वजह अकेले ये इंडिकेटर्स नहीं है। दरअसल, वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स ने दावा किया है, कि भारत में मंदी आने का चांस नहीं है। बड़े देशों में भारत अकेला ऐसा देश है जहां मंदी की जीरो परसेंट (0%) संभावना है।
सबसे ज्यादा US-UK पर मंदी का खतरा मंडरा रहा
हाल में आए कारों की बिक्री समेत तमाम तरह के आंकड़ों से भी भारतीय इकॉनमी में दमखम नजर आ रहा है। आईएमएफ के अनुसार इस वर्ष फिर से भारतीय अर्थव्यवस्था दुनियाभर में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली इकॉनमी होगी। इस बीच दुनिया में मंदी की आशंका की बात करें तो इसकी सबसे ज्यादा 75 प्रतिशत आशंका ब्रिटेन में है। इस लिस्ट में न्यूजीलैंड दूसरे नंबर पर है जहां इस वर्ष मंदी आने की 70 परसेंट आशंका है। अमेरिका 65 प्रतिशत आशंका के सात तीसरे नंबर पर है।
अमेरिकी परेशान बैंकिंग संकट से
अमेरिका में बैंकिंग संकट और नकदी संकट की आशंका से मंदी आने की आशंका कई गुना बढ़ गई है। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है और अगर वो मंदी की चपेट में आती है तो दुनियाभर में इसका भयानक असर देखने को मिल सकता है। अमेरिका में हाल ही में जिस तरह से बैंकों के डूबने के मामले सामने आए हैं और फेड भी लगातार ब्याज बढ़ा रहा है उससे भी अमेरिका का संकट काफी बड़ा है। अमेरिकी वित्त मंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर एक जून तक डेट सीलिंग यानी कर्ज की सीमा नहीं बढ़ाई गई तो अमेरिका अपने इतिहास में पहली बार डिफॉल्ट कर जाएगा।
मंदी का बड़ा खतरा यूरोप पर
वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स ने दुनिया की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को लेकर भी अनुमान जाहिर किए हैं, इनके मुताबिक जर्मनी, इटली और कनाडा में मंदी आने की आशंका 60 प्रतिशत है। वहीं फ्रांस में 50 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका में 45 प्रतिशत और ऑस्ट्रेलिया में मंदी की आशंका 40 प्रतिशत है।
मंदी का साया जापान-चीन पर भी
इसके अलावा जिन देशों पर मंदी का साया मंडरा रहा है उनमें शामिल हैं रूस जहां पर मंदी की आशंका 37.5 प्रतिशत, जापान में 35 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया में 30 प्रतिशत और मेक्सिको में 27.5 प्रतिशत मंदी आने की आशंका है। वहीं स्पेन में 25 प्रतिशत, स्विट्जरलैंड में 20 प्रतिशत, ब्राजील में 15 परसेंट और चीन में इस वर्ष मंदी आने की आशंका 12.5 प्रतिशत है। रिपोर्ट में सऊदी अरब में पांच परसेंट और इंडोनेशिया में दो प्रतिशत मंदी आने की आशंका जताई गई है।