<![CDATA[प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (14 अप्रैल) को महाराष्ट्र के नागपुर में बायोमेट्रिक आधारित पेमेंट सिस्टम भीम-आधार इंटरफेस की लॉन्चिंग की। इसके जरिए यूजर्स अपनी फिंगरप्रिंट के इस्तेमाल से पेमेंट कर पाएंगे। यह लॉन्चिंग आंबेडर जयंति के मौके पर की गई। भीम-आधार ऐप को ‘आधार पे’ नाम से भी जाना जाता है। केंद्र सरकार का मानना है कि इस ऐप के जरिए ऐसे लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करने में आसानी होगी जो अनपढ़ हैं या मोबाइल फोन व ऑनलाइन वॉलेट का इस्तेमाल नहीं करते। इसके ऐप के जरिए क्रेडिट व डेबिट कार्ड का इस्तेमाल व कैश ट्रांजेक्शन भी कम होगा। नीति आयोग ने कहा, भीम आधार प्लेटफॉर्म के जरिए कोई भी नागरिक स्मार्टफोन, इंटरनेट, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के बिना भी डिजिटल ट्रांजेक्शन कर पाएगा। भीम आधार पे ऐप कैसे करेगा काम: यह प्लेटफॉर्म मर्चेंट के लिए है। आधार से बैंक खाता लिंक करवा चुके ग्राहक अपने फिंगरप्रिंट के जरिए पेमेंट कर पाएंगे। ऐप के जरिए ग्राहक के बैंक खाते से मर्चेंट के खाते में पैसे आ जाएंगे। इतना ही नहीं, क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए डिजिटल पेमेंट लेने पर मर्चेंट से जो चार्ज (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) लिया जाता है, वह भीम आधार से पेमेंट लेने पर नहीं लिया जाएगा। फिलहाल 3 लाख मर्चेंट के साथ 27 बड़े बैंक इस सुविधा को देने लगे हैं। कारोबारियों को भीम ऐप अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड करना होगा। ये ऐप एक बॉयोमेट्रिक रीडर से जुड़ा होगा। ग्राहक ऐप में अपना आधार नंबर और बैंक का नाम डालेंगे। उसके बाद बॉयोमेट्रिक स्कैन का पासवर्ड के रूप में इस्तेमाल करके उपभोक्ता भुगतान कर सकेंगे। फ्री ट्रांजेक्शन: सरकार डिजिटल पेमेंट को लगातार बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है। आधार पे से ट्रांजेक्शन करने पर दुकानदार और ग्राहक से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। इस ऐप के जरिए होने वाली सभी ट्रांजेक्शन फ्री होंगी। सुरक्षित है ऐप: नीति आयोग के मुताबिक आधार पे में पेमेंट करने के लिए दो प्लेटफोर्म का इस्तेमाल किया गया है। पहला है आधार पेमेंट ब्रिज (एपीबी) और दूसरा इनैबल पेमेंट सिस्टम (एईपीएस)। एपीबी बैंक और कस्टमर के बीच ट्रांजेक्शन को निर्वाध बनाता है। वहीं एईपीएस ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को प्रमाणित करने में सहायता करता है।]]>