मार्केट रेगुलेटर सेबी कहना है कि कार्वी स्टाक ब्रोकिंग जैसा कोई और मामला सामने ना आए, इसे सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी का इस बारे में कहना है कि ‘हमने कुछ कदम उठाए हैं और कुछ और कदम उठाये जाएंगे।’ त्यागी ने एक कार्यक्रम से इतर कहा कि रेगुलेटर ने कंपनियों और ब्रोकिंग कंपनियों से जुड़े रेगुलेटरी मामलों को लेकर त्वरित कदम उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी कार्वी से जुड़ा एक मामला प्रकाश में आया था, जहां कंपनी ने 95,000 से अधिक ग्राहकों की 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिभूतियों को गिरवी रखकर रकम अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया था।
सबकुछ गलत नहीं
त्यागी ने इंसाल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) को लेकर कहा कि इससे बाजार पर अगले पांच साल में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। सेबी के चेयरमैन का कहना है कि लोन डिफॉल्ट और कॉरपोरेट मिसगवर्नेंस के मामलों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सबकुछ गलत या बुरा है। उन्होंने कहा, ”सेबी की जानकारी में जो भी बात आ रही है और जिस तरह के भी सुधार की जरूरत है, हम उस दिशा में जल्द कदम उठा रहे हैं।”
त्यागी का इस मुद्दे पर कहना है कि कार्वी का मुद्दा उनकी जानकारी में था। हमने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। उल्लेखनीय है कि 22 नवंबर को सेबी ने KSBL को नए स्टॉक ब्रोकिंग से जुड़ी गतिविधियों को लेकर नए क्लाइंट बनाने से मना कर दिया है।
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