<![CDATA[प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि भारत ने तीन साल में वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैकिंग में 42 स्थानों का सुधार किया है। इसके जरिए विश्व बैंक ने हमारी सरकार के काम को मान्यता दी है। प्रधानमंत्री ने रैंकिंग में सुधार पर शक जताने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष हमारी सरकार द्वारा किए जा रहे सुधारों पर सवाल उठा रहा है, जबकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए कोई सुधार नहीं किया। देश लिए सुधार करना हुआ आसान प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित इंडिया बिजनेस रिफॉर्म में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज इस ऐसी स्थिति में पहुंच गया है जहां से सुधार करना आसान है। मोदी ने अर्थव्यवस्था पर कहा कि हमारे प्रयासों के नतीजे दिखने लगे हैं। विश्व बैंक ने हमारे काम को मान्यता दी है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे लोग जो विश्व बैंक में काम कर चुके हैं वे भारत की ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग पर सवाल उठा रहे हैं। गुड गवर्नेंस का उदाहरण मोदी ने कहा कि मैं ऐसा प्रधानमंत्री हूं, जिसने वर्ल्ड बैंक की बिल्डिंग भी नहीं देखी है। लेकिन जो पहले सरकार में थे विश्व बैंक को अच्छी तरह से जानते हैं लेकिन अब वे वर्ल्ड बैंक की रैकिंग पर सवाल उठा रहे हैं। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैकिंग में सुधार हमारी सरकार के गुड गवर्नेंस का उदाहरण है। यह हमारी उपलब्धी हैा उन्होंने कहा कि हमारा मंत्र रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म है। प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी पर कहा कि यह भारत के इतिहास में सबसे बड़ा टैक्स सुधार है और यह वैश्विक स्तर पर लोगों की अपेक्षाओं को पूरा कर रहा है।]]>