<![CDATA[गुजरात में भाजपा को कांग्रेस से मिल रही कांटे की टक्कर से शेयर बाजार बुरी तरह से लड़खड़ा गया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही में बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई का सेंसेक्स 803 अंक गिर गया, वहीं निफ्टी में भी 200 अंक लुढ़क गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली हावी हुई है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 2 फीसदी गिरा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में 2.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स करीब 2.5 फीसदी टूट गया है। शेयर बाजार में इस सप्ताह कारोबार का रुख गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से तय होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, निवेशक वैश्विक कारकों जैसे अमेरिका में कर सुधार तथा कच्चे तेल की कीमतों पर भी नजर गड़ाए हुए हैं। इन शेयरों में भी गिरावट निफ्टी पर आईटी इंडेक्स में 1.36 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 1.25 फीसदी, एफएमसीजी इंडेक्स में 1.65 फीसदी, ऑटो इंडेक्स में 1.86 फीसदी और पीएसयू बेंक इंडेक्स में 2.39 फीसदी व प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 1.93 फीसदी की गिरावट है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि अगर नतीजे एग्जिट पोल के हिसाब से नहीं आते हैं, तो इसका निकट से मध्यम काल में बाजार के रुझान पर नकारात्मक असर पड़ेगा। चुनाव के नतीजों के अलावा, बाजार का रुख वैश्विक संकेतों तथा अमेरिकी कर सुधारों से भी तय होगा। एग्जिट पोल के अनुसार, दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। कोटक सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट पीसीजी रिसर्च टीना विरमानी ने बताया कि बाजार का रुख चुनाव नतीजों के साथ संसद के शीतकालीन सत्र से भी तय होगा]]>