<![CDATA[सेबी के पूर्व चेयरमैन यू. के. सिन्हा को वेदांता लिमिटेड ने नॉन एग्जिक्युटिव इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया है। 13 मार्च से ही उनकी नियुक्ति प्रभावी मानी जाएगी। मंगलवार को हुई कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक के बाद उनकी नियुक्ति पर मुहर लगी। यू.के. सिन्हा ने फरवरी 2011 से मार्च 2017 तक सेबी के चेयरमैन का कार्यकाल संभाला था। अपने कार्यकाल में सिन्हा को कैपिटल मार्केट में बड़े सुधारों के लिए जाना जाता है। सिन्हा के कार्यकाल में सेबी ने कॉर्पोरेट गवर्नेंस और डिस्क्लोजर नॉर्म्स से संबधित ऐक्ट्स में कई बड़े बदलाव किए थे। सिन्हा की नियुक्ति की जानकारी देते हुए कंपनी के कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, 'हम यू.के. सिन्हा का कंपनी में गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। वह भारत के कैपटिल मार्केट में काफी बड़े रेग्युलेटरी सुधारों के आर्किटेक्ट रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि कॉर्पोरेट गवर्नेंस और एथिक्स के अच्छे स्टैंडर्ड को मेनटेन करने का उनका रिकॉर्ड करने कंपनी को फायदा पहुंचाएगा।' अपने नए रोल के बारे में बात करते हुए यू.के. सिन्हा ने कहा, 'ऐसे माहौल में जब कॉर्पोरेट इंडिया में गवर्नेंस और डिस्क्लोजर पर काफी जोर दिया जा रहा है, मुझे वेदांता लिमिटेड को जॉइन करते हुए खुशी हो रही है। मुझे उम्मीद है कि हमारा गठजोड़ काफी अच्छा रहेगा।]]>