<![CDATA[ वैश्विक पेमेंट फर्म पेपाल ने भारतीय ट्रेडमार्क ऑफिस में ट्रेडमार्क उल्लघंन को लेकर केस दर्ज किया है। कंपनी ने अपनी शिकायत में कहा है कि भारत की सबसे बड़ी मोबाइल वॉलेट कंपनी पेटीएम अपने ट्रेडमार्क लोगो में उसके लोगों से मिलते-जुलते रंग का इस्तेमाल कर रही है। कंपनी का कहना है कि पेटीएम को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। पेटीएम ने पेपाल के वैश्विक पहचान का फायदा लेने के उद्देश्य से ऐसा किया है। पेपाल ने अपने नोटिस में कहा है कि,” पेपाल ने ज्यों का त्यों अपने लोगो में नीले रंग के दो शेड का इस्तेमाल किया है। दोनों कंपनी के सिंबल में पहला मार्क गहरे नीले रंग का है और दूसरा सिंबल हल्के नीले रंग का लिया गया है। इससे आगे दोनों कंपनियों के मार्क्स ‘PAY’ से शुरू होते है। इसके कारण उपभोक्ता को दोनों मार्क्स एक जैसे लगते हैं।” पेपाल ने अपनी शिकायत उस समय दर्ज कराई है जब नोटबंदी के चलते पेटीएम से करीब पांच लाख से ज्यादा उपभोक्ता प्रतिदिन जुड़ रहे हैं। इस विवाद के चलते पेटीएम की विकास की गति पर धीमा पड़ने के खतरा उत्पन्न हो गया है। अगर पेपल इस विवाद में जीत जाता है तो पेटीएम को अपना लोगो बदला होगा। जिसके चलते कंपनी के पहचान पर धक्का जरूर लगेगा वो भी तब जब नोटबंदी के बाद कंपनी ने अपने विज्ञापनों में जबरदस्त तेजी दर्ज की है। पेपल ये ट्रेडमार्क साल 1999 से इस्तेमाल कर रहा है। वैसे पेटीएम अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो ट्रेडमार्क के विवाद में पड़ी है। इसके अलावा जोमेटो ई-बे में भी इसी तरह का विवाद है।]]>