एसआईपी में निवेश करने का लाभ यह होता है कि इसमें आपका पैसा अगल-अलग सेक्टर की तमाम कंपनियों में निवेश किया जाता है। जब आपका पैसा अलग अलग सेक्टर की कंपनियों में निवेश किया जाता है तो इससे आपको काफी मुनाफा होता है। बता दें कि एसआईपी सेबी और एएमएफआई द्वारा बनाए गए नियमों के तहत काम करता है।
जोखिम के लिहाज से शेयर बाजार की तुलना में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी को बेहतर विकल्प माना जाता है। जानकारी के अभाव में लोग इसमें निवेश से बचते हैं। हालांकि जो एसआईपी के बारे में जानते हैं, वो इससे खूब फायदा उठा रहे हैं। वित्त वर्ष 2018-19 में औसतन हर महीने पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा पैसा एसआईपी माध्यम से म्यूचुअल फंड में लगाया गया है। जानते हैं कि एसआईपी किस तरह से फायदेमंद हैं।
इसकी खास बात ये हैं कि निवेशक एसआईपी की राशि में कभी भी कमी या इजाफा कर सकता है। यानी निवेशक पैसों की जरूरत पड़ने पर बीच में कुछ पैसा निकाल भी सकता है। इसके साथ ही एसआईपी को कितने भी समय तक चलाया जा सकता है। निवेशक जिस दिन चाहे वह एसआईपी बंद कर सकता है और इस पर कोई पेनल्टी भी नहीं लगती है।
इसके अतिरिक्त निवेशक जब चाहे एसआईपी की स्टेटमेंट ले सकता हैं। यानी निवेशक हर दिन अपने निवेश की रकम जान सकते हैं। बता दें कि एसआईपी में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है। वहीं आप न्यूनतम 500 रुपये निवेश कर सकते हैं। इसके तहत जब कंपनियां लाभांश देती हैं तो निवेशक को सीधे बैंक खाते में पैसा मिल जाते हैं।