एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख का कहना है कि जर्मनी की इंश्योरेंस कंपनी म्यूनिख हेल्थ संयुक्त उपक्रम को समाप्त करने के लिए अपोलो हॉस्पीटल्स एंटरप्राइज और अपोलो एनर्जी को 294 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। एचडीएफसी 1,336 करोड़ रुपये में अपोलो हॉस्पीटल्स समूह से 50.8 फीसद हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके अलावा 10.84 करोड़ रुपये में वह कर्मचारियों से 0.4 फीसद हिस्सेदारी खरीदेगी। पारेख का कहना था कि विलय के बाद बनने वाली कंपनी की बाजार हिस्सेदारी गैर-जीवन बीमा क्षेत्र में 6.4 फीसद की होगी। नई कंपनी के पास 308 शाखाएं होंगी और उसके पास 10,807 करोड़ रुपये का कारोबार होगा। एचडीएफसी एगरे और अपोलो म्यूनिख की विलय से बेहतर उत्पादों का वितरण बढ़ेगा और सर्विसिंग की क्षमता बढ़िया होगी।
ऐसी उम्मीद है यह सौदा अगले महीने पूराा हो जाएगा। अधिग्रहण के लिए नेशनल हाउसिंग बैंक, इरडा व भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से रेग्युलेटरी मंजूरी लेना आवश्यक है । अपोलो म्यूनिख और एचडीएफसी एगरे का विलय करने के लिए भी शेयरधारकों, एनसीएलटी और इरडा से मंजूरी लेने की आवश्यकता है।