भारतीय कंपनी ओयो भारत और चीन के बाद अब अमेरिका में भी कारोबार करने जा रहा है। सॉफ्टबैंक के विजन फंड द्वारा समर्थित ओयो होटल्स एंड होम्स को लगता है कि उसका भारत और चीन में तेजी से विकास करने का फॉर्मूला अमेरिका में भी कारगर साबित होगा।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के अनुसार, ओयो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितेश अग्रवाल का कहना है कि हमारी कंपनी अमेरिका में 300 मिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है। ओयो कंपनी इस पैसे का उपयोग प्रोद्योगिकी, डिजाइन और ऑपरेटिंग टीमों के निर्माण व प्रॉपर्टीज के रिनोवेशन के लिए उपयोग में करेगी। उल्लेखनीय है कि ओयो ने इस साल अपना पहला अमेरिकी होटल जोड़ा था और अब हर दिन नया होटल जोड़ रहा है। ओयो का लक्ष्य है कि अमेरिका में वह इस साल के अंत तक अपने कारोबार को पांच गुना बढ़ा दे।
अग्रवाल का कहना था कि ‘हम एक अच्छे उत्पाद के निर्माण और उपभोक्ता के लिए बहुत प्रभावी ढंग से मूल्य निर्धारण करने पर बहुत ध्यान केंद्रित करते हैं। हम यह तय करना चाहते हैं कि हमारा लक्ष्य तीब्र गति से काम करने की अपेक्षा सही तरीके से काम करना हो। अगर इसमें एक दिन में पांच होटल्स की बजाय तीन होटल्स जुड़ें तो कोई परेशानी नहीं।’
ओयो समय के साथ-साथ नए-नए कीर्तिमान स्थापित करती जा रही है। ओयो कंपनी के संस्थापक मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितेश अग्रवाल ने 19 साल की उम्र में कंपनी की स्थापना कर दी थी। रीतेश ने जब यह देखा कि भारत में किफायती और अच्छे होटल्स की कमी है, तो उनको एक आइडिया आया। इस समय ओयो दुनिया का छठा सबसे बड़ी होटल्स सेवा प्रदान करने वाली कंपनी है। कंपनी 850,000 से अधिक कमरों के साथ 23,000 से अधिक प्रॉपर्टीज को संचालित कर रही है।
ओयो की ग्रोथ ने पिछले साल एक बिलियन डॉलर की फंडिग के साथ बहुत से निवेशको को आकर्षित किया है। यह पूंजीं कंपनी को SoftBank, Sequoia Capital और Lightspeed Ventures जैसे निवेशकों से मिली है। जो उसकी ग्रोथ में बहुत अधिक सहायता प्रदान करेगी।
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