चीन की आठ कंपनियां उत्तर प्रदेश के गेटर नोएडा में आठ सौ करोड़ का निवेश करने जा रही है। यह कंपनियां चीन की हॉलीटेक इंडिया प्रा. लिमिटेड की सहयोगी कंपनियां हैं। कंपनियों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण से मिलकर उन्हें इस संदर्भ में पत्र सौंपा। कंपनियों ने अपनी इकाई लगाने के लिए सौ एकड़ जमीन की मांग की है। हॉलीटेक इंडिया की ग्रेटर नोएडा में चार इकाइयां पहले से हैं। इसमें करीब चार सौ करोड़ का पूंजी निवेश किया गया है।
यहा स्थित इकाईयों में कंपनी मोबाइल स्क्रीन, कैमरा, ¨फगर ¨पट्र, एफपीसी का निर्माण करती है। कंपनी ने प्राधिकरण अधिकारियों से 1300 करोड़ के और पूंजी निवेश करने का वादा किया है। इसके लिए सहयोगी कंपनियों के लिए सौ एकड़ जमीन की मांग की है। जिसमें आठ सौ करोड़ का निवेश होगा। भूषण ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि प्राधिकरण उन्हें सरकार की नीति के अनुरूप सभी सहयोग देगा। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को प्रदेश सरकार की नीति एवं मिलने वाली छूट के बारे में जानकारी दी।
इस बारे में नरेंद्र भूषण का कहना है कि ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए चीन के साथ-साथ ताइवान, कोरिया आदि की कंपनियों की भी रुचि बढ़ रही है। अगले तीन सालों में विश्व में बनने वाले अधिकतर स्मार्ट फोन में एक तिहाई ग्रेटर नोएडा में बनना शूरू हो जाएंगे। जिससे नोएडा में और अधिक निवेश बढ़ने की संभावना है।
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