24 फीसद रिटर्न दे चुका
सोने का भाव पिछले वर्ष 31 दिसंबर 2019 को एमसीएक्स पर 39 हज़ार 108 रुपये प्रति 10 ग्राम था। वहीं, 24 जून 2020 को सोना 48 हज़ार 420 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। अर्थात हर 10 ग्राम पर 9 हज़ार 112 रुपये या 24 फीसद रिटर्न मिला है। मौजूदा कारोबारी साल की बात करें, तो 31 मार्च के बाद भी सोना अब तक 5 हज़ार 452 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़ चुका है। अर्थात कोरोना काल में निवेश के तमाम विकल्पों पर सोना भारी पड़ा है।
10 वर्षों का इतिहास
बीते 10 वर्षों में सोने के इतिहास पर नजर डालें, तो हम देखते हैं कि साल 2011 में सोने ने 31.85 फीसद रिटर्न दिया था। इसके बाद साल 2012 में गोल्ड निवेशकों को 12.92 फीसद रिटर्न मिला। साल 2013 में सोने में निवेश करने वालों को घाटा हुआ और उन्हें -8.09 फीसद का नेगेटिव रिटर्न मिला। इसके बाद साल 2014 में भी सोने ने -5.86 फीसद का नेगेटिव रिटर्न दिया। साल 2015 में भी सोने का नेगेटिव रिटर्न जारी रहा और यह -6.64 फीसद रहा। फिर साल 2016 में सोने के रिटर्न में सबसे ज्यादा गिरावट दिखाई और यह 10.08 फीसद घट गया। इसके बाद साल 2017 से सोना प़ॉजिटिव रिटर्न देने लगा। 2017 में इसने 5.67 फीसद रिटर्न दिया। साल 2018 में सोने से 8.24 फीसद रिटर्न मिला। इसके बाद साल 2019 में सोने से रिटर्न बढ़कर 24.58 फीसद हो गया। अब साल 2020 में सोना अब तक 24 फीसद रिटर्न दे चुका है।
तेजी के कारण
सोने में निवेश की बड़ी वजह ब्याज दरों में कमी, शेयर मार्केट पर दबाव, तुरंत नकदी मुहैया कराना और अर्थव्यवस्था में मंदी माना जा रहा है। ETF में रिकॉर्ड निवेश और दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के सोना खरीदने से भी सोने की कीमतों में तेजी आ रही है। इसलिए निवेशक सोने में रूझान दिखा रहे हैं। आने वाले समय को देखते हुए निवेशक सोने में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं।
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