कोरॉना कॉल में उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ा इस को लेकर किए गए सर्वें में जीवन बीमा अर्थात् लाइफ इंश्योरेंस सबसे रूचिकार वित्तीय उत्पाद बन कर उभरा है। इससे न केवल परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि आपात चिकित्सा खर्च को लेकर भी उनकी चिंता दूर होती है। एक सर्वे के अनुसार अब अधिक संख्या में लोग अगले छह माह में बीमा उत्पादों में निवेश की तैयारी कर रहे हैं। यह सर्वे रिसर्च फर्म नील्सन ने कराया है।
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इस सर्वे के माध्यम से यह जानने का प्रयास किया गया है कि कोविड-19 का उपभोक्ताओं के विश्वास पर क्या प्रभाव रहा है। सर्वे में जीवन बीमा सबसे रूचिकार वित्तीय उत्पाद बनकर उभरा है। इससे न केवल परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि आपात चिकित्सा खर्च को लेकर भी उनकी चिंता दूर होती है। जिसके कारण अब लोग जीवन बीमा में रूचि ले रहे हैं।
बीमा में किया निवेश
ज्यादातर उपभोक्ता का सर्वे में कहना था कि वह अपनी निवेश योजना के तहत अगले छह माह के दौरान जीवन बीमा खरीदने की योजना बना रहे हैं। इसमें यह कहा गया है कि महामारी के दौरान 51 प्रतिशत लोगों ने बीमा में निवेश किया। वहीं 48 प्रतिशत लोगों ने स्वास्थ्य से संबंधित इंश्योरेंस सोल्यूशन में पैसा लगाया। यह अन्य वित्तीय वर्ष की तुलना में अधिक है। 49 फीसदी छह महीने में करेंगे निवेश।