केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में ला सकती है। वित्त विधेयक 2021 पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का इस बारे में संकेत देते हुए कहना था कि जीएसटी परिषद की अगली बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। देखा जाए तो भारत में चार प्राथमिक जीएसटी दर हैं। ये 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत हैं। अगर पेट्रोल-डीजल को 28 प्रतिशत वाले स्लैब में भी रखें तब भी वर्तमान दरों में काफी कमी आ सकती है।
राज्य सहमत हो तो
वित्तमंत्री सीतारमण का कहना था कि अगर राज्य सहमत हो तो उन्हें इस बारे में आगे बढ़कर चर्चा करने का प्रस्ताव लाना चाहिए। उन्हें परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा करके खुशी होगी।
इतना सस्ता हो जाएगा पेट्रोल
पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाता है तो इसका कितना प्रभाव उसके मूल्य पर पड़ेगा। इसे लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने से पेट्रोल के दाम घटकर 75 रुपये प्रति लीटर तक आ सकता है, जबकि डीजल 68 रुपये लीटर तक पहुंच सकता है।