जोमैटो का आईपीओ आने वाला है जिसेको लेकर निवेशकों के बीच उत्सुकता बढ़ती जा रही है। ग्रे मार्केट में इसकी कीमत अनुमानित इश्यू प्राइस से 15 से 20 रुपये अधिक चल रही है जो आने दिनों में और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अभी तक अपने इश्यू के बारे में औपचारिक घोषणा नहीं की है लेकिन ग्रे मार्केट में इस स्टॉक का प्रीमियम 20 प्रतिशत बढ़ गया है। माना यह जा रहा है कि इसका प्राइस बैंड 70 से 72 रुपये की रेंज में हो सकता है।
ग्रे मार्केट के जनकारों का कहना है कि हम इस आईपीओ के प्रीमियम पर नजर रखते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि लिस्टिंग पर उन्हें कितना लाभ हो सकता है। इस बारे में उनका कहना है कि आने वाले दिनों में ग्रे मार्केट में जोमैटो का प्रीमियम बढ़ सकता है क्योंकि यह स्टॉक निवेशकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इस तरह की अटकलें हैं कि जोमैटो का आईपीओ 19 जुलाई को खुल सकता है। हालांकि कंपनी ने इस बारे में कोई भी औपचारिक घोषणा नहीं की है।
आईपीओ लिटमस टेस्ट होगा
उल्लेखनीय है कि कंपनी प्राइमरी मार्केट से 9,300 करोड़ रुपये जुटा सकती है। इसमें से 1500 करोड़ रुपये प्री-आईपीओ प्लेसमेंट से जुटाए जा सकते हैं। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मसौदे के अनुसार आईपीओ के तहत 7,500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि इंफो एज (इंडिया) लिमिटेड की तरफ से 750 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की पेशकश की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि यह आईपीओ उन घरेलू स्टार्टअप के लिए लिटमस टेस्ट होगा जो आईपीओ लाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
इस बार जोमैटो को कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियों का बहुत अधिक लाभ हुआ है। आने वाली तिमाहियों में कंपनी का रेवेन्यू बढ़ने की आशा की जा रही है। जोमैटो उन आईपीओ में शामिल है जिनका निवेशकों को बेसब्री से इंतजार है। यह देश की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनियों में से एक है जिसमें Tiger Global Management और Fidelity जैसी जानी मानी प्राइवेट इक्विटी फर्मों का निवेश है। इसलिए इस आईपीओ को लेकर निवेशकों में काफी सकारात्मक सकेंत मिल रहे हैं।