<![CDATA[भारत अब विदेशी निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक स्थान बन गया है केंद्र सरकार की ओर से किए गए सुधार उपायों के कारण 2016-17 में भारत में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) की वृद्धि दर 9.4 फीसद बढ़कर 43.48 अरब डॉलर हो गई है। आपको बता दें कि 2015-16 में देश के भीतर 40 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि देश में एफडीआई प्रवाह में वृद्धि का कारण सरकार के एफडीआई व्यवस्था को व्यवहारिक बनाने के लिए किए गए नीतिगत सुधार हैं। मंत्रालय ने कहा कि देश अब विदेशी निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक स्थान बन गया है। बयान में आगे कहा गया कि एफडीआई इक्विटी प्रवाह 2016-17 में 43.48 अरब डॉलर रहा, किसी एक वित्त वर्ष में यह सर्वाधिक है। मंत्रालय के बयान के मुताबिक प्राप्त आय के फिर से निवेश को भी लिया जाए तो कुल एफडीआई पिछले वित्त वर्ष में अब तक के सर्वाधिक 60.08 अरब डॉलर का रहा, जो 2015-16 में 55.6 अरब डॉलर था। बीते तीन वित्त वर्ष में एफडीआई इक्विटी प्रवाह करीब 40 प्रतिशत बढ़कर 114.41 अरब डॉलर रहा, जो इससे पूर्व तीन वित्त वर्ष (2011-14) में 81.84 अरब डॉलर था।]]>