एचडीएफसी बैंक को 50,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी

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निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक को शेयरधारको से 50 हजार करोड़ रूपये जुटाने की अनुमति मिल गई है। बैंक ने रविवार को शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में बताया कि शेयरधारकों ने टीयर-1, टीयर-2 और लंबी अवधि के बांड्स जारी कर 50,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाने का प्रस्ताव स्वीकार किया है। इसके साथ ही शेयरधारकों ने काइजाद भरूचा को फिर से कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया। इस बीच, एचडीएफसी बैंक के एमडी व सीईओ आदित्य पुरी ने कहा है कि उनका पसंदीदा उत्तराधिकारी बैंक का ही अधिकारी है, जो 25 वर्षो से बैंक के साथ जुड़ा हुआ है। हालांकि, उन्होंने कोई नाम नहीं बताया। एचडीएफसी बैंक को इस मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय काफी हद तक पुरी को ही जाता है। उनके उत्तराधिकारी के बारे में जानने में बैंकिंग और उद्योग क्षेत्र में काफी उत्सुकता है। गौरतलब है कि पुरी इस वर्ष अक्टूबर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

पुरी ने बीते शनिवार को बैंक की सालाना आमसभा में कहा था कि जिसे मैं अपने उत्तराधिकारी के रूप में पसंद करता हूं, वह 25 वर्षों से हमारे साथ हैं और कम से कम मेरे दिमाग में उन्हें लेकर स्थिति हमेशा से स्पष्ट थी। उनकी ट्रेनिंग में भी कोई कमी नहीं है और विभिन्न मौकों पर उन्होंने खुद को साबित किया है। उनकी अच्छी ट्रेनिंग हुई है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय के दौरान ऐसी खबरें आई हैं कि आंतरिक उम्मीदवार शशिधर जगदीशन और काइजाद भरूचा तथा सिटी बैंक के सुनील गर्ग को संभावित उम्मीदवार बनाया है।

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