बैंकिंग और ऑटो शेयरों की रिकवरी से बाजार में हल्की तेजी, टाटा स्टील जैसे स्टॉक्स ने लीड किया
भोपाल: भारतीय शेयर बाजार ने शुक्रवार को अपनी गिरावट को पीछे छोड़ते हुए हल्की तेजी के साथ समापन किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 223.86 अंकों की बढ़त के साथ 81,207.17 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 50 सूचकांक 57.95 अंकों की उछाल के साथ 24,894.25 पर समाप्त हुआ। यह तेजी मुख्य रूप से मेटल सेक्टर की मजबूत प्रदर्शन के दम पर रही, जहां 2% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई। साप्ताहिक आधार पर दोनों सूचकांक लगभग 1% ऊपर रहे, जो निवेशकों के बीच सकारात्मक मूड को दर्शाता है।
बाजार की शुरुआत और उतार-चढ़ाव
दिन की शुरुआत मिश्रित रुझानों के साथ हुई। सुबह के सत्र में सेंसेक्स 80,649.57 के निचले स्तर पर फिसला, लेकिन दोपहर होते-होते खरीदारी का जोर बढ़ा और यह 81,251.99 के उच्चतम स्तर को छू गया। निफ्टी भी 24,800 के आसपास घूमता रहा, लेकिन अंतिम घंटे में बैंकिंग और मेटल शेयरों की मदद से ऊपर बंद हुआ। कुल मिलाकर, बाजार में 26 स्टॉक्स हरे निशान पर रहे, जबकि 24 लाल में समाप्त हुए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों ने इस रिकवरी को सपोर्ट किया।
मेटल सेक्टर की धमाकेदार शुरुआत
मेटल सेक्टर ने बाजार को सबसे ज्यादा बल दिया, जहां निफ्टी मेटल इंडेक्स में 2% से अधिक की तेजी देखी गई। टाटा स्टील और पावर ग्रिड जैसे प्रमुख स्टॉक्स में 3% की बढ़त रही, जो वैश्विक कमोडिटी कीमतों में सुधार और चीन की आर्थिक रिकवरी की उम्मीदों से प्रेरित लगती है। टाटा स्टील का शेयर 3% ऊपर बंद हुआ, जबकि अन्य मेटल कंपनियां जैसे हिंडाल्को और जिंदल स्टील ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। सेक्टर विशेषज्ञों के अनुसार, स्टील और एल्युमिनियम की बढ़ती मांग सेक्टर को आगे मजबूती देगी।
बैंकिंग और ऑटो सेक्टर का योगदान
बैंकिंग सेक्टर ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां निफ्टी बैंक इंडेक्स 241 अंकों की उछाल के साथ 55,589 पर बंद हुआ। कोटक महिंद्रा बैंक और अन्य पीएसयू बैंक शेयरों में 1-2% की बढ़त रही। ऑटो सेक्टर में भी सकारात्मक रुझान दिखा, खासकर मिडकैप ऑटो स्टॉक्स में। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 474 अंकों की तेजी के साथ 57,503 पर समाप्त हुआ, जो छोटी कंपनियों में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर ने भी 1% की बढ़त दर्ज की।
वैश्विक संकेतों का असर
वैश्विक बाजारों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और यूरोपीय बाजारों की स्थिरता ने भारतीय बाजार को सपोर्ट किया। एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान रहे, लेकिन यूएस 500 इंडेक्स में 0.16% की बढ़त ने सकारात्मक वाइब्स दिए। इसके अलावा, आरबीआई के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट (सितंबर के अंत तक 702.57 अरब डॉलर) के बावजूद, निवेशक आगामी आर्थिक नीतियों को लेकर आशावादी हैं।
निष्कर्ष
आज के सत्र में सेंसेक्स और निफ्टी की हल्की बढ़त बाजार की लचीलापन को दिखाती है। मेटल और बैंकिंग सेक्टर की मजबूती से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है, लेकिन आगे अमेरिकी रोजगार आंकड़ों और घरेलू जीडीपी डेटा पर नजर रहेगी। एक्सपर्ट्स सलाह दे रहे हैं कि लॉन्ग-टर्म निवेशकों को मौके का फायदा उठाना चाहिए, जबकि शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स सतर्क रहें। कल के सत्र में बाजार 81,000-81,500 के बीच ट्रेड कर सकता है।