सोना-चांदी में भारी गिरावट: 5 दिन में सोना ₹5,677 सस्ता, चांदी ₹25,000 नीचे; जानें बाजार के नए रुझान
वैश्विक संकेतों और मुनाफावसूली से कीमतों में सुधार, निवेशकों के लिए मौका या जोखिम? विशेषज्ञों की राय
पिछले पांच दिनों में सोना और चांदी के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 5 दिन में ₹5,677 सस्ता होकर ₹1.24 लाख प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जो पिछले हफ्ते के ₹1.29 लाख से नीचे है। इसी तरह, चांदी की कीमत रिकॉर्ड हाई ₹1.77 लाख प्रति किलोग्राम से ₹25,000 नीचे आकर ₹1.52 लाख प्रति किलोग्राम पर बिक रही है। यह गिरावट वैश्विक संकेतों, मुनाफावसूली और अमेरिकी फेड की नीतियों से प्रभावित है। बुधवार, 22 अक्टूबर 2025 को रात 9:35 बजे IST के बाजार अपडेट्स के अनुसार, निवेशकों में इस सुधार को लेकर चर्चा तेज है कि यह खरीदारी का मौका है या आगे और गिरावट का जोखिम।
कीमतों में गिरावट के कारण
इस सप्ताह की गिरावट के पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हालिया बयानों में ब्याज दरों में कटौती की रफ्तार धीमी करने की संभावना जताई, जिससे डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ और सोना-चांदी पर दबाव पड़ा। सोमवार को सोना $3,950 प्रति औंस था, जो आज $3,820 तक नीचे आ गया। चांदी $52 से घटकर $48 प्रति औंस पर कारोबार कर रही है। भारत में रुपए की हल्की मजबूती (83.70 प्रति डॉलर) ने भी स्थानीय कीमतों को प्रभावित किया।
मुनाफावसूली भी बड़ा कारण रही। पिछले हफ्ते धनतेरस की मांग से कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची थीं, जिसके बाद निवेशकों ने मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया। इसके अलावा, वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी और बॉन्ड यील्ड में वृद्धि ने सुरक्षित संपत्तियों की मांग को कम किया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुधार सामान्य है, लेकिन दीवाली तक अस्थिरता बनी रह सकती है।
पिछले 5 दिनों का ट्रेंड
- सोना: 20 अक्टूबर को ₹1.29 लाख प्रति 10 ग्राम था, जो 21 को ₹1.26 लाख, 22 को सुबह ₹1.24 लाख पर आ गया। आज शाम तक यह स्तर स्थिर रहा।
- चांदी: 20 अक्टूबर को ₹1.77 लाख प्रति किलोग्राम थी, जो 21 को ₹1.65 लाख और 22 को ₹1.52 लाख पर आ गई। एमसीएक्स पर चांदी के दिसंबर फ्यूचर्स में 5.5% की गिरावट आई।
यह गिरावट त्योहारी खरीदारी के बाद प्रॉफिट-बुकिंग और वैश्विक ट्रेडिंग पैटर्न का नतीजा है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि दीवाली तक मांग फिर बढ़ सकती है।
निवेशकों के लिए क्या मायने?
पिछले हफ्ते सोने ने 70% और चांदी ने 100% सालाना रिटर्न दिया था, लेकिन अब यह सुधार निवेशकों के लिए दोधारी तलवार है। कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषक का कहना है, “₹1.20-1.22 लाख पर सोना खरीदने का अच्छा मौका है, लेकिन ₹1.50 लाख से नीचे चांदी में सावधानी बरतें।” सलाह दी जा रही है कि पोर्टफोलियो का 5-10% ही सोना-चांदी में रखें। ईटीएफ या सिक्कों से निवेश सुरक्षित हो सकता है।
| धातु | 20 अक्टूबर कीमत | 22 अक्टूबर कीमत | गिरावट (₹) |
|---|---|---|---|
| सोना (10 ग्राम) | ₹1,29,000 | ₹1,24,000 | 5,677 |
| चांदी (1 किलो) | ₹1,77,000 | ₹1,52,000 | 25,000 |
आंकड़े: IBJA और MCX से।
बाजार और भविष्य का अनुमान
वैश्विक स्तर पर, अगर फेड दरें स्थिर रहती हैं, तो सोना-चांदी में और सुधार संभव है। भारत में, दीवाली की मांग और शादियों के सीजन से कीमतें फिर बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने का अगला सपोर्ट लेवल ₹1.20 लाख और रेजिस्टेंस ₹1.30 लाख है, जबकि चांदी का ₹1.45 लाख तक वापसी संभव है। ज्वैलर्स ने स्टॉक को कम रखा है, जो कीमतों को प्रभावित कर सकता है।
निष्कर्ष
पिछले 5 दिनों में सोना-चांदी की गिरावट निवेशकों के लिए राहत और अवसर दोनों लाई है। वैश्विक संकेतों और मुनाफावसूली से यह सुधार आया है, लेकिन त्योहारी मांग इसे फिर से ऊपर ले जा सकती है। निवेशकों को सही समय पर निर्णय लेना चाहिए और बाजार की निगरानी रखनी चाहिए। यह बदलाव भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक संकेत है कि कीमती धातुओं में संतुलन बनाए रखना जरूरी है।