सिफी इन्फिनिट स्पेसेज का ₹3,700 करोड़ का IPO: भारत का पहला डेटा सेंटर प्योर-प्ले लिस्टिंग, AI और क्लाउड बूम पर सवारी
₹2,500 करोड़ फ्रेश इश्यू और ₹1,200 करोड़ OFS से फंडिंग, चेन्नई-नवी मुंबई में विस्तार और कर्ज चुकाने पर फोकस; FY25 में 1,428 करोड़ रेवेन्यू
भारतीय डेटा सेंटर सेक्टर में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, सिफी इन्फिनिट स्पेसेज लिमिटेड (SISL) ने सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर ₹3,700 करोड़ का IPO लाने की घोषणा की है। यह भारत का पहला प्योर-प्ले डेटा सेंटर IPO होगा, जो AI, क्लाउड कंप्यूटिंग और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की तेजी से बढ़ती मांग पर केंद्रित है। कंपनी, जो सिफी टेक्नोलॉजीज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक है, ने 16 अक्टूबर 2025 को यह फाइलिंग की। IPO में ₹2,500 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹1,200 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है, जिसमें कोटक डेटा सेंटर फंड (₹643 करोड़) और कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड (₹557 करोड़) अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। यह कदम डेटा सेंटर इंडस्ट्री की 35% वार्षिक ग्रोथ को भुनाने का प्रयास है, जहां अगले तीन वर्षों में ₹90,000 करोड़ से अधिक निवेश की उम्मीद है।
कंपनी का प्रोफाइल: भारत के शुरुआती डेटा सेंटर में अग्रणी
सिफी इन्फिनिट स्पेसेज 2000 में स्थापित हुई, जब इसने भारत का पहला कमर्शियल डेटा सेंटर शुरू किया। सिफी ग्रुप का हिस्सा होने के कारण, यह नेटवर्क, डेटा सेंटर और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में 30 वर्षों का अनुभव रखती है। कंपनी कोलोकेशन, इंटरकनेक्शन, बिल्ड-टू-सूट और वैल्यू-एडेड सर्विसेज प्रदान करती है, जो हाइपरस्केलर्स और एंटरप्राइज क्लाइंट्स को सुरक्षित, स्केलेबल और एनर्जी-एफिशिएंट सुविधाएं देती है। जून 2025 तक, कंपनी के पास मुंबई, चेन्नई, नोएडा, हैदराबाद, बेंगलुरु और कोलकाता में 14 कोलोकेशन डेटा सेंटर हैं, जिनकी संयुक्त IT पावर कैपेसिटी 188.04 मेगावाट (MW) है।
कंपनी के 500 से अधिक क्लाइंट्स में तीन प्रमुख ग्लोबल हाइपरस्केलर्स और भारत के शीर्ष 10 बैंकों में से सात शामिल हैं। वेगेस्ना अनंत कोटि राजू के नेतृत्व में, यह फाइनेंशियल सर्विसेज, फिनटेक, सोशल मीडिया, OTT, मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स को सर्विस देती है। FY25 में कंपनी का रेवेन्यू ₹1,428 करोड़ और PAT ₹126 करोड़ रहा, जो FY23 के ₹1,021 करोड़ रेवेन्यू और ₹97 करोड़ PAT से काफी बेहतर है। EBITDA FY23 के ₹413 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹634 करोड़ हो गया।
IPO का उद्देश्य: विस्तार और कर्ज कम करना
IPO से जुटाई गई राशि का बड़ा हिस्सा कैपिटल एक्सपेंडिचर पर जाएगा। इसमें चेन्नई के सिरुसरी कैंपस में टावर B को पूरा करने के लिए ₹465 करोड़ और नवी मुंबई के रबाले डेटा सेंटर में टावर 11 और 12 के निर्माण के लिए ₹860 करोड़ शामिल हैं। इसके अलावा, ₹600 करोड़ का उपयोग उधारों के चुकाने या पूर्व भुगतान के लिए किया जाएगा, जबकि बाकी सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए। कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए ₹500 करोड़ जुटाने पर विचार कर रही है, जो फ्रेश इश्यू से घटाया जाएगा।
जून 2025 तक, कंपनी के पास 11 डेटा सेंटर प्रोजेक्ट्स अंडर डेवलपमेंट हैं, जो AI-रेडी इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस करते हैं। यह कदम भारत के डेटा सेंटर मार्केट को मजबूत करेगा, जहां अगले पांच वर्षों में 25-30% CAGR की उम्मीद है।
बाजार संदर्भ: डेटा सेंटर इंडस्ट्री का बूम
भारत का डेटा सेंटर सेक्टर AI, क्लाउड और OTT की मांग से तेजी से बढ़ रहा है। सिफी इन्फिनिट स्पेसेज 15.26% मार्केट शेयर के साथ टॉप-3 प्रदाताओं में शामिल है। IPO से कंपनी का लिवरेज (नेट डेब्ट/EBITDA) 3.9x से घटकर 2.8x हो जाएगा, जो फ्री कैश फ्लो और ROCE को बेहतर बनाएगा। JM फाइनेंशियल, CLSA इंडिया, JP मॉर्गन इंडिया, कोटक महिंद्रा कैपिटल और मॉर्गन स्टेनली इंडिया जैसे मर्चेंट बैंकर इस IPO को हैंडल करेंगे। लिस्टिंग BSE और NSE पर होगी।
| मुख्य बिंदु | विवरण |
|---|---|
| IPO साइज | ₹3,700 करोड़ (फ्रेश: ₹2,500 करोड़, OFS: ₹1,200 करोड़) |
| फंड यूज | डेटा सेंटर विस्तार (₹1,325 करोड़), कर्ज चुकाना (₹600 करोड़) |
| FY25 रेवेन्यू | ₹1,428 करोड़ |
| FY25 PAT | ₹126 करोड़ |
| डेटा सेंटर कैपेसिटी | 188.04 MW (14 साइट्स, 6 शहरों में) |
आंकड़े: DRHP और कंपनी फाइलिंग्स से।
निष्कर्ष
सिफी इन्फिनिट स्पेसेज का IPO डेटा सेंटर सेक्टर में निवेशकों के लिए नया अवसर खोलेगा, जो भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। AI और क्लाउड की बढ़ती मांग से कंपनी की ग्रोथ संभावनाएं मजबूत हैं। हालांकि, वैश्विक अनिश्चितताओं और प्रतिस्पर्धा पर नजर रखनी होगी। यह लिस्टिंग डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को स्टॉक मार्केट का नया एसेट क्लास बना सकती है, जो REITs की तरह निवेशकों को आकर्षित करेगी।