दिग्गजों के लिए चुनौती
उल्लेखनीय है कि देश में पहले से ही एमेजॉन, फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कंपनियों के स्वामित्व वाले पोर्टल से ग्रॉसरी और अन्य सामान की ऑनलाइन डिलिवरी होती है। बुधवार को देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस समूह के जियो प्लेटफॉर्म्स और दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी फेसबुक के बीच एक डील हुई है। इसके तहत फेसबुक ने जियो में करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी लेने का ऐलान किया है। इन दोनों कंपनियों का लक्ष्य भी देश के करोड़ों छोटे दुकानदारों तक पहुंच बनाना और वॉट्सऐप के माध्यम से दुकानदारी को बढ़ावा देना है। खुदरा दुकानदारों के संगठन कन्फडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के एक पदाधिकारी ने दावा किया है कि यह पोर्टल एक-दो दिन में ही लॉन्च किया जा सकता है। इस संगठन से करीब 7 करोड़ दुकानदार और 40,000 ट्रेड एसोसिएशन जुड़े हैं। संगठन का कहना है कि लॉकडाउन के बीच ग्राहकों को उनके पास के स्टोर से घर तक सामान पहुंचाया जा सके, इसके लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि ‘प्रयागराज, दिल्ली, झांसी, वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ में एक पायलट प्रोजेक्ट इस बारे में पिछले 7 दिन से चल रहा है। इसमें करीब 800 स्थानीय दुकानदार जुड़े हुए हैं। इसे एक-दो दिन में पूरे देश में लॉन्च कर देंगे और इससे करीब 1 लाख दुकानदारों को जोड़ दिया जाएगा। यह पोर्टल व्यापारियों के लिए फ्री होगा, जबकि ग्राहकों को इसकी सेवाएं लेने के लिए सिर्फ सामान की डिलीवरी चार्ज देना होगा। जिससे अब यह सुलभ हो जाएगा।
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