सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) की प्रतिक्षा अब शीघ्र ही समाप्त होने जा रहा है। सेबी (SEBI) के पास आईपीओ के ड्राफ्ट पेपर बस कुछ ही दिनों में फाइल होने वाले हैं। ड्राफ्ट पेपर सामने आने के बाद आईपीओ से जुड़े कई ऊहापोह भी समाप्त हो जाएंगे। सरकार को इस आईपीओ से मोटी कमाई होने वाली है। इसे वित्त वर्ष 2021-22 समाप्त होने से पहले बाजार में लिस्ट कराने की तैयारी है।
एलआईसी का कहना
एक रिपोर्ट में एलआईसी के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि आईपीओ के ड्राफ्ट पेपर सेबी को इस माह के तीसरे सप्ताह में सौंपे जा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी अधिकारियों ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स के साथ चर्चा में इस बात को बताया है। इस चर्चा में इन्वेस्टर्स को इस बात की भी जानकारी दी गई कि आने वाले समय में कंपनी कैसे अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने वाली है। कंपनी यूलिप, पेंशन, एन्यूटी और हेल्थ इंश्योरेंस जैसे नॉन-पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट पर अधिक फोकस करने वाली है।
एक लाख करोड़ मिलने की संभावना
सरकार इस आईपीओ के माध्यम से एलआईसी में अपनी 5 से 10 प्रतिशत भागीदारी बेचने की तैयारी में है। यह इतिहास के अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में से एक होने वाला है। इस आईपीओ का साइज 80 हजार से एक लाख करोड़ रुपये तक हो सकता है। प्रस्तावित आईपीओ से पहले एलआईसी की Embedded Value करीब 11.15 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है।
इस वर्ष के आईपीओ
उल्लेखनीय है कि 2021 आईपीओ बाजार के लिए ऐतिहासिक साल साबित हुआ। करीब 65 आईपीओ के जरिए कंपनियों ने ओपन मार्केट से 1.3 लाख करोड़ रुपये का फंड जुटाया। आईपीओ मार्केट का यह बूम इस साल भी जारी रहने वाला है।
एलआईसी के रिकॉर्ड आईपीओ के अलावा डेल्हीवरी, ओयो, ओला, फार्मईजी, बजाज एनर्जी, गो एयरलाइंस, मोबिक्विक, इक्सिगो, एनएसई, एनएसडीएल और अडानी विल्मर जैसे आईपीओ 2022 में आने वाले हैं। इनमें कइयों का आईपीओ 5 हजार करोड़ से अधिक का रहने वाला है। इस प्रकार 2022 में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक के आईपीओ लाए जाने के अनुमान हैं।