IMF ने बढ़ाया भारत के FY26 GDP ग्रोथ अनुमान: 6.6% की दर से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था, दुनिया की सबसे तेज गति वाली बनी रहेगी
अमेरिकी टैरिफ के बावजूद मजबूत Q1 ने संभाला झटका, FY27 के लिए 6.2% का अनुमान; वर्ल्ड बैंक ने भी 6.5% पर बढ़ाया पूर्वानुमान
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को अपनी नवीनतम वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (WEO) रिपोर्ट में भारत की वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। यह जुलाई के पूर्वानुमान 6.4 प्रतिशत से 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। IMF ने कहा कि भारत की मजबूत आर्थिक गति ने अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को संतुलित कर दिया है, जिससे देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। रिपोर्ट में FY27 के लिए अनुमान को 6.2 प्रतिशत पर थोड़ा घटाया गया है, जो वैश्विक व्यापार अनिश्चितताओं को दर्शाता है। यह अपडेट 14 अक्टूबर 2025 को जारी हुआ, जब वैश्विक विकास दर 2025 के लिए 3.2 प्रतिशत और 2026 के लिए 3.1 प्रतिशत अनुमानित की गई।
अनुमान में वृद्धि के कारण: मजबूत घरेलू गति और सुधार
IMF ने कहा कि FY26 के लिए यह ऊपरी संशोधन जुलाई WEO अपडेट के मुकाबले है, जहां पहली तिमाही (Q1) की मजबूत वृद्धि (7.8 प्रतिशत) ने अमेरिकी टैरिफ दर में वृद्धि के प्रभाव को अधिक संतुलित कर दिया। रिपोर्ट में उल्लेख है, “भारत में विकास 2025 में 6.6 प्रतिशत और 2026 में 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।” यह संशोधन निजी खपत की मजबूती, सार्वजनिक निवेश और सुधारों से प्रेरित है। IMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जieva ने कहा कि भारत वैश्विक विकास का प्रमुख इंजन बन रहा है, खासकर अपनी साहसिक सुधारों और डिजिटल कार्यान्वयन के कारण।
अप्रैल 2025 के अनुमान से तुलना करें तो FY26 के लिए 0.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है (6.2% से 6.6%), जबकि FY27 के लिए 0.1 प्रतिशत की कटौती। वैश्विक स्तर पर, IMF ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए 2025 में 4.2 प्रतिशत और 2026 में 4.0 प्रतिशत का अनुमान लगाया है, जो भारत की श्रेष्ठता को रेखांकित करता है।
अन्य संस्थाओं के अनुमान: सहमति और भिन्नताएं
वर्ल्ड बैंक ने भी पिछले सप्ताह FY26 के लिए भारत का अनुमान 6.5 प्रतिशत (जून के 6.3% से ऊपर) कर दिया, लेकिन FY27 को 6.3% पर थोड़ा घटाया। फिच रेटिंग्स ने सितंबर में FY26 के लिए 6.9% का अनुमान लगाया, जबकि एसएंडपी 6.5% पर अडिग है। क्रिसिल ने 6.5% का पूर्वानुमान बनाए रखा, लेकिन अमेरिकी टैरिफ से जोखिम की चेतावनी दी। भारतीय सरकार ने FY26 के लिए 6.3-6.8% का आधिकारिक अनुमान रखा है, जो घरेलू खपत की मजबूती पर भरोसा दर्शाता है।
| संस्था/एजेंसी | FY26 अनुमान (%) | FY27 अनुमान (%) | टिप्पणी |
|---|---|---|---|
| IMF | 6.6 | 6.2 | Q1 मजबूती से ऊपर, टैरिफ प्रभाव संतुलित |
| वर्ल्ड बैंक | 6.5 | 6.3 | जून से ऊपर, लेकिन FY27 में कटौती |
| फिच | 6.9 | – | जून से ऊपर |
| एसएंडपी | 6.5 | – | अपरिवर्तित |
| सरकार | 6.3-6.8 | – | घरेलू खपत पर फोकस |
आंकड़े: IMF WEO अक्टूबर 2025 और अन्य रिपोर्ट्स से।
वैश्विक संदर्भ: टैरिफ और अनिश्चितताएं
अमेरिकी टैरिफ (भारतीय निर्यात पर 50% तक) के बावजूद IMF ने भारत के अनुमान को ऊपर किया, लेकिन FY27 में कटौती वैश्विक संरक्षणवाद और व्यापार अनिश्चितताओं को जिम्मेदार ठहराई। IMF के चीफ इकोनॉमिस्ट पियरे-ओलिवियर गौरीनचास ने कहा कि अनिश्चितता नई सामान्य है, और देशों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। भारत की FY25 वृद्धि 6.5% रही, जो सुधारों और सार्वजनिक पूंजीगत व्यय से प्रेरित थी।
निष्कर्ष
IMF का यह सकारात्मक अनुमान भारत की आर्थिक लचीलापन को प्रमाणित करता है, जो वैश्विक चुनौतियों के बीच भी सबसे तेज विकास कर रही है। FY26 में 6.6% की ग्रोथ से रोजगार सृजन, निवेश और उपभोग को बल मिलेगा। हालांकि, FY27 के लिए सतर्कता बरतनी होगी, क्योंकि टैरिफ और वैश्विक मंदी जोखिम पैदा कर सकती हैं। सरकार के सुधारों और RBI की नीतियां इस गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण होंगी। यह पूर्वानुमान निवेशकों और नीति-निर्माताओं के लिए उत्साहजनक संकेत है, जो भारत को वैश्विक विकास इंजन के रूप में स्थापित करता है।