सोने की कीमत में भारी गिरावट: 8 दिनों में ₹11,541 सस्ता, 8वें वेतन आयोग को मंजूरी; एपल की वैल्यू भारत की GDP के बराबर
वैश्विक संकेतों से गोल्ड का सेंटीमेंट कमजोर, कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर; एपल $4 ट्रिलियन पर, निवेशकों के लिए क्या मतलब
सोने की कीमतों में पिछले 8 दिनों में जबरदस्त गिरावट आई है। 20 अक्टूबर 2025 को ₹1,29,000 प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर से 28 अक्टूबर तक यह ₹1,17,459 पर आ गया, यानी ₹11,541 की कमी। इसी बीच, केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग की शर्तों को मंजूरी दे दी, जो 50 लाख कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों के लिए राहत है। दूसरी तरफ, एपल की मार्केट वैल्यू पहली बार $4 ट्रिलियन (लगभग ₹3.53 लाख करोड़) पार कर गई, जो भारत की GDP ($4.13 ट्रिलियन) के बराबर है। ये घटनाएं आर्थिक बाजारों में विविध रुझान दिखा रही हैं, जहां एक तरफ कीमती धातुओं में सुधार आया, वहीं कॉर्पोरेट दिग्गजों की ताकत बढ़ रही है।
सोने की कीमतों में गिरावट: वैश्विक दबाव का असर
पिछले 8 दिनों में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी गई। 20 अक्टूबर को ₹1,29,000 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड हाई से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक यह ₹1,17,459 पर बंद हुई, जो ₹11,541 की कमी दर्शाती है। वैश्विक स्तर पर स्पॉट गोल्ड $4,000 से नीचे $3,986 प्रति औंस आ गया, जो 3% की गिरावट है। MCX पर दिसंबर गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट ₹1,20,546 पर 2.35% नीचे रहा।
इस गिरावट के पीछे अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ताओं में प्रगति, मजबूत डॉलर और मुनाफावसूली मुख्य कारण हैं। त्योहारी मांग के बाद प्रॉफिट बुकिंग बढ़ी, और फेड की ब्याज दरों पर अनिश्चितता ने दबाव डाला। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुधार सामान्य है, लेकिन दीवाली तक अस्थिरता बनी रह सकती है।
8वें वेतन आयोग की मंजूरी: कर्मचारियों के लिए राहत
केंद्र सरकार ने 28 अक्टूबर 2025 को 8वें केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) की शर्तों (ToR) को मंजूरी दे दी। यह आयोग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 69 लाख पेंशनभोगियों के वेतन, भत्ते और पेंशन संरचना की समीक्षा करेगा।
आयोग में चेयरपर्सन के रूप में जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई, पार्ट-टाइम मेंबर प्रोफेसर पुलक घोष (IIM बैंगलोर) और मेंबर-सेक्रेटरी पेट्रोलियम सेक्रेटरी पंकज जैन शामिल हैं। रिपोर्ट 18 महीनों में (अप्रैल 2027 तक) सौंपी जाएगी, और कार्यान्वयन 1 जनवरी 2026 से संभव है। यह फैसला जनवरी 2025 में घोषित आयोग को औपचारिक रूप देता है, जो महंगाई, वित्तीय प्रभाव और राज्य सरकारों पर असर की समीक्षा करेगा। कर्मचारी संगठनों ने इसे स्वागतयोग्य बताया, लेकिन फिटमेंट फैक्टर पर चर्चा की उम्मीद है।
एपल की मार्केट वैल्यू: भारत की GDP के बराबर
एपल इंक. की मार्केट कैपिटलाइजेशन पहली बार $4 ट्रिलियन (₹3.53 लाख करोड़) पार कर गई, जो भारत की GDP ($4.13 ट्रिलियन) के बराबर है। iPhone 17 लॉन्च के बाद शेयरों में 15% की तेजी आई, और 28 अक्टूबर को $269.87 के उच्च स्तर पर पहुंचा।
नवीनतम तिमाही में डबल-डिजिट ग्रोथ के साथ एपल अब Nvidia ($4.71 ट्रिलियन) और माइक्रोसॉफ्ट ($4.06 ट्रिलियन) के बाद तीसरा सबसे मूल्यवान कंपनी है। यह उपलब्धि AI, सर्विसेज और हार्डवेयर इनोवेशन से प्रेरित है, लेकिन भारत की GDP ($3.91 ट्रिलियन वर्ल्ड बैंक अनुमान) से तुलना वैश्विक कॉर्पोरेट ताकत को उजागर करती है।
| घटना | विवरण |
|---|---|
| सोना की गिरावट | 8 दिनों में ₹11,541 (₹1,29,000 से ₹1,17,459) |
| 8वां वेतन आयोग | ToR मंजूर, 18 महीने में रिपोर्ट, 2026 से लागू संभव |
| एपल मार्केट वैल्यू | $4 ट्रिलियन, भारत GDP ($4.13T) के बराबर |
आंकड़े: बाजार अपडेट्स और सरकारी घोषणाओं से।
निष्कर्ष
सोने की गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का मौका ला सकती है, जबकि 8वें वेतन आयोग की मंजूरी से सरकारी कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा। एपल की उपलब्धि वैश्विक अर्थव्यवस्था में टेक दिग्गजों की भूमिका को रेखांकित करती है। ये घटनाएं बाजार की गतिशीलता दिखाती हैं, जहां सुधार और विकास साथ-साथ चल रहे हैं। निवेशकों को वैश्विक संकेतों पर नजर रखनी चाहिए।